भोपाल। बीजेपी मुख्यालय में अनुसूचित जाति मोर्चा के विधायक और सांसद समेत तमाम बड़े नेताओं की बैठक हुई. प्रदेश में अनुसूचित जाति के लोगों के बीच गिरती बीजेपी की साख पर चिंतन किया. बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, सुहास भगत हितानंद शर्मा, नरोत्तम मिश्रा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए.
एससी-एसटी (SC-ST) में कैसे बढ़ाई जाए पैठ?
इस बैठक में बीजेपी ने प्रदेश की अनुसूचित जाति वर्ग की आबादी तक पैठ बढ़ाने की रणनीति बनाई है. इसके लिए बीजेपी जल्द प्रदेश भर में एक बड़ा अभियान चलाएगी. आपको बता दें कि बीजेपी को एससी-एसटी वर्ग से बीजेपी को लेकर निगेटिव फीडबैक की खबरें मिली थीं. जिसके बाद बीजेपी ने यह चिंतन बैठक बुलाई थी.
6 घन्टे पार्टी के दिग्गजों का चिंतन
बीजेपी में एससी-एसटी वर्ग की आबादी को लेकर महामंथन का दौर चल रहा है. पिछले विधानसभा चुनावों में अनुसूचित जाति और जनजाति का भरोसा गवां चुकी बीजेपी अब दोनों वर्गों में पैठ बढ़ाने के लिए भोपाल में महामंथन में जुटी है.
क्या कहते हैं आंकड़े?, 2013 बनाम 2018
2013 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 2018 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को अनुसूचित जाति की 11 सीटों का नुकसान हुआ. तो वही आदिवासी वर्ग की भी एक सीट गंवानी पड़ी. वहीं कांग्रेस के पाले में पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में एससी के 11 विधायक बढ़ गये. वहीं एसटी वर्ग की 15 की तुलना में 16 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. यही वजह है कि अब भाजपा इन दोनों वर्गों के सर्वांगीण विकास का दावा कर रही है.
बीजेपी से एससी-एसटी के छिटकने के क्या हैं कारण?
- सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ न मिलना
- विपक्ष का प्रचार
- भीम आर्मी का बढ़ता दबदबा
- नेताओं के साथ प्रशासन की बेरूखी