भोपाल।बीजेपी से कांग्रेस में आए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का ठीकरा पार्टी को गलत रणनीतियों पर फोड़ते हुए बदलाव का सुझाव दे डाला. उन्होंने कहा कि 4 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव राज्य की जनता से जुड़े मुद्दों पर लड़ा गया था, लेकिन लोकसभा का चुनाव भावनाओं पर हुआ, जनता संवेदनशील है कुछ मुद्दों पर कभी समझौता नहीं करेगी.
सरताज सिंह ने अपनी ही पार्टी पर साधा निशाना, गलत रणनीति को बताया हार की वजह
बीजेपी से कांग्रेस में आए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के रणनीतिकारों को कई सुझाव दिये. पार्टी के चुनावी अभियान पर निराशा व्यक्त की. कांग्रेस को कश्मीरी पंडितों और राम मंदिर जैसे जनभावनाओं से जुड़े मुद्दों पर अपना स्टैंड साफ करने को कहा.
अपनी पार्टी के चुनावी अभियान पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि देश की एकता अखंडता पर चोट करने वालों को यदि आप वोट के लिये समर्थन करोगे तो आप का विरोध होगा ही. पाकिस्तान को सबक सिखाने और दबाने का काम बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस ने किया, लेकिन कांग्रेस ने यह बात चुनाव में नहीं उठाई. कांग्रेस को तुष्टीकरण की राजनीती छोड़ मुखर होना पड़ेगा.
उन्होंने कांग्रेस को कश्मीरी में पंडितों को फिर से बसाने के लिये आंदोलन का सुझाव दिया, साथ में राम मंदिर को लेकर स्टैंड साफ करके आगे आने को बोला. इस पर आगे बोलते हुए कहा कि अभी तक राम मंदिर को लेकर सभी कदम कांग्रेस ने ही उठाए हैं, राम मंदिर के मुख्य द्वार की भूमि पूजन की अनुमति कांग्रेस ने दी और ताला भी कांग्रेस ने खुलवाया. लेकिन पार्टी इन सब बातों को जनता तक नहीं पहुंचा पाई. सरताज सिंह ने दावा किया है कि 'राम मंदिर बीजेपी कभी नहीं बनाएगी, बनाएगी तो सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही'.