भोपाल। मध्यप्रदेश में पांचवीं और आठवीं के रिजल्ट के लिए हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य जिम्मेदार होंगे. इसे लेकर विभाग ने जवाबदेही तय कर दी है. दावा है कि शिक्षा की गुणवत्ता और रिजल्ट सुधारने की कवायद के लिए स्कूल शिक्षा विभाग नए-नए प्रयोग कर रहा है. बता दें कि इस बार बोर्ड पैटर्न पर पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं होने वाली है.
पांचवीं और आठवीं का रिजल्ट बिगड़ने पर प्राचार्य होंगे जिम्मेदार, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की कवायद
मध्यप्रदेश में पांचवीं और आठवीं कक्षाओं का रिजल्ट बिगड़ने पर इसके जिम्मेदार प्राचार्य होंगे, इसके लिए संयुक्त संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला परियोजना समन्वयक को निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
प्रदेश में पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर कराई जाएंगी. स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कई नवाचार कर रहा है. पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर कराने के लिए पिछले कई महीने से तैयारी की जा रही है. बता दें कि एक ही परिसर में पांचवीं, आठवीं, दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं संचालित हो रही हैं, तो इसके रिजल्ट के लिए हाई और हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य ही जिम्मेदार होंगे. इसके लिए संयुक्त संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारियों एवं जिला परियोजना समन्वयक को निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
भोपाल जिला परियोजना समन्वयक प्रभाकर श्रीवास्तव ने बताया कि लंबे समय के बाद पांचवीं और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि 10वीं 12वीं के परीक्षा परिणाम ठीक नहीं आ रहे हैं, इसीलिए सभी का दायित्व बनता है कि पांचवी-आठवीं का रिजल्ट अच्छा आए, जिसके लिए प्राचार्य को भी निर्देश दिए गए हैं.