भोपाल। पर्यावरण हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है, ये हम सब ने बचपन से स्कूल की किताबों में पढ़ते आ रहे है. इसकी महत्ता हमारे जीवन में पानी से कम नहीं है. लेकिन वर्तमान में आधुनिकता की चका चौंध में हम पर्यावरण को लगातार प्रदूषित कर रहे है. इसका उदाहरण हम जलवायु परिवर्तन और लगातार ग्लेशियर को पिघलते हुए देख रहे रहे है. पर्यावरण को बचाने के लिए कई देश प्रयास भी कर रहे है. भारत में भी पर्यावरण को बचाने के प्रयास किए जा रहे है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पर्यावरण अनुकूल वातावरण स्थापित करने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. वाहनों के धुएं से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सीएनजी (संपीडित प्राकृतिक गैस) यानि कंप्रेस्ड नेचुरल गैस के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है. यह प्राकृतिक गैस उत्सर्जन को कम करती है और प्रदूषण को कम करने में मदद करती है. सीएनजी पेट्रोल और डीजल की तुलना में ज्यादा माइलेज भी देता है.
- 100 से अधिक सीएनजी स्टेशन बनाने की योजना
केंद्र और राज्य सरकार के साथ मिलकर सीएनजी डिस्ट्रीब्यूशन का काम कर रही थिंक गैस के मुताबिक अब तक भोपाल में 15 सीएनजी स्टेशन शुरु हो चुके हैं. इसके साथ बगरौदा औद्योगिक क्षेत्र में सीएनजी प्लांट स्थापित किया गया है. भोपाल, राजगढ़, शिवपुरी जिलों में 3 लाख से अधिक वाहनों को प्राकृतिक गैस उपलब्ध कराई जाएगी. मप्र में अगले 5 से 8 वर्षों में भोपाल, राजगढ़ और शिवपुरी जिले के करीब 5 लाख घरों, 1 हजार उद्योगों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को गैस की आपूर्ति के लिए 100 से अधिक सीएनजी स्टेशन और 1,500 किमी से अधिक पाइपलाइन बिछाने की योजना है.
- पेट्रोल वाहनों को बदल सकते हैं सीएनजी में
पेट्रोल वाहनों को सीएनजी में तब्दील किया जा सकता है. इसके लिए पेट्रोल वाहन में सीएनजी किट लगाकर सीएनजी वाहन में बदला जा सकता है. भोपाल में बड़ी संख्या में ऑटो चालक और अन्य कमर्शियल व्हीकल को सीएनजी में बदलने का काम चल रहा है. भोपाल में पेट्रोल कार और ऑटो रिक्शा को सीएनजी में बदलने वाले वाहन चालकों को 5 हजार रुपए की सीएनजी फ्री में दी जा रही है, वहीं स्कूल बस और ट्रकों में सीएनजी किट लगवाने पर 20 हजार रुपए कीमत की सीएनजी फ्री में मिलेगी.