भोपाल। मप्र में 18 से 44 साल तक के लोगों को कोरोना टीका लगाने का अभियान 17 मई से फिर शुरू हो रहा है. सरकार ने 31 मई तक 9.10 लाख लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है. पिछले 10 दिनों में इस आयु वर्ग के 1 लाख 82 हजार 378 लोगों को पहला डोज लगा दिया गया है, जबकि लक्ष्य 1 लाख 48 हजार डोज लगाने का था.
इसपर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीनेशन की कोई कमी नहीं है. जोनल मेडिकल ऑफिसर डॉ.संजय मेहरोत्रा का कहना है कि अब सॉफ्टवेयर में बदलाव किया गया है. 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. अब 84 दिन के अंतराल के बाद दूसरा डोज लगाया जाना है. वहीं पहले और दूसरे डोज के बीच अवधि बढ़ाने के बाद वैक्सीनेशन सेंटर में भीड़ कम देखी जा रही है. राजधानी भोपाल में 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों के वैक्सीनेशन सेंटर की संख्या भी कम कर दी गई है. वहीं 45 वर्ष से अधिक उम्र के लिए 5 सेंटर बढ़ाए गए हैं.
वैक्सीनेशन सेंटर में कम हो रही भीड़
वैक्सीनेशन की अवधि में बदलाव की नई व्यवस्था से वैक्सीनेशन सेंटर पर लोगों की भीड़ कम हो गई है. दो दिन पहले तक जिन सेंटर्स में वैक्सीन लगाने के लिए लंबी कतारें नजर आ रही थीं. वहां सोमवार को सन्नाटा पसरा रहा. नई व्यवस्था के तहत 18 प्लस और 45 प्लस दोनों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर में भी बदलाव किया गया है. सोमवार को 45 वर्ष से अधिक उम्र के उन लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर से वापस लौटना पड़ा जिनके पहले और दूसरे डोज के बीच की अवधि 84 दिन पूरी नहीं हुई.
एक दिन में 90 हजार को टीका