भोपाल।कोरोना संक्रमण महामारी ने जहां एक तरफ पूरे देश को अपने घरों में कैद कर दिया है. तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके हाथों का हुनर पर्दे पर नजर आया है. ऐसी ही एक कहानी है हैयरकट सैलून चलाने वाले हेमंत की जिनके अंदर का कलाकार कई सालों बाद बाहर आया. जब लॉकडाउन के दौरान उनकी रोजी-रोटी के रास्ते पर ताला लगा तो उनके अंदर के कलाकार ने अपनी कला को एक नया रंग रूप और चेहरा दिया.
दरअसल, यह कहानी है हेमंत की जो रोजी-रोटी के लिए एक हैयरकट सैलून की दुकान चलाते हैं. जबकि उनका शौक पेंटिंग करना था, लेकिन शायद दुनिया की इस भाग दौड़ में हेमंत को कभी अपनी कला को निखारने का मौका ही नहीं मिला. हाथ तो चलते थे, लेकिन अपनी रोजी-रोटी के लिए सैलून में कैंची चलाया करते थे, लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते लॉकडाउन में उनकी दुकान का शटर भी डाउन हो गया और कैंची चलाने वाले इस हेमंत के हाथों में पेंटिंग ब्रश आ गया.