भारत भवन के स्थापना दिवस पर पद्मश्री भूरी बाई और कपिल तिवारी हुए शामिल, सूफी गायक ने बांधा समा
भारत भवन के 39वें स्थापना दिवस पर 4 दिवसीय समारोह की शुरुआत हुई, जिसमें पद्मश्री भूरी बाई और कपिल तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. वहीं मशहूर सूफी गायक हंस राज हंस ने प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में समा बांध दिया.
भोपाल। भारत भवन के 39वें स्थापना दिवस के मौके पर 4 दिवसीय समारोह की शुरुआत हुई. कार्यक्रम में पद्मश्री भूरी बाई और कपिल तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. साथ ही मशहूर सूफी गायक हंस राज ने सूफी गानों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया.
भारत भवन का 39वां स्थापना दिवस कार्यक्रम
भारत भवन के 39वें स्थापना दिवस के चार दिवसीय समारोह की शुरुआत हो गई है. मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए पद्मश्री कपिल तिवारी और भूरी बाई ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया. बता दें कि, भारत भवन में कोरोना काल के दौरान करीब 1 साल बाद जश्न का माहौल देखने को मिला, लोगों ने इस समारोह को खूब इंजाय किया.
चार दिवसीय होगा समारोह
इस चार दिवसीय कार्यक्रम में कहानी पाठ, फिल्म प्रदर्शन, संगीत सभा और कविता पाठ आयोजित किया जाएगा. भारत भवन के प्रशासनिक अधिकारी प्रेम शंकर शुक्ला ने बताया कि कोरोना काल के चलते इस वर्ष स्थापना दिवस समारोह को भव्य तौर पर नहीं किया जा रहा है. इसलिए केवल चार दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जबकि प्रतिवर्ष भारत भवन के स्थापना दिवस पर 11 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाता है.
पद्मश्री भूरी बाई ने किया शुभारंभ
कार्यक्रम के पहले दिन भारत भवन में पद्मश्री भूरी बाई की चित्रकला की प्रदर्शनी लगाई गई. साथ ही पद्मश्री कपिल तिवारी के किताबों की प्रदर्शनी लगाई गई. कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए भूरी बाई भावुक हुई. उन्होंने कहा कि आज सारे पुरस्कार इस सम्मान के आगे छोटे है. जिस भारत भवन में मैने कंधे पर ईंटे उठाई, आज उसी भारत भवन में मुझे मुखिया के रूप में बुलाया गया.
पद्मश्री कपिल तिवारी ने कहा- भूरी बाई हर किसी के लिए प्रेरणा है
पद्मश्री कपिल तिवारी ने भूरी बाई की प्रतिभा की मंच पर तारीफ की. उन्होंने कहा कि आज भूरी बाई मजदूरी करते हुए मशहूर कलाकार के रूप में हमारे सामने है. मुझे खुशी है कि उन्हें मेरे साथ पद्मश्री पुरुस्कार मिला. उनकी कला को पहचान मिली. भूरी बाई हर किसी के लिए एक प्रेरणा है. हमारी आने वाली पीढ़ी को भूरी बाई को अपना रोल मॉडल बनाना चाहिए.