भोपाल। तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अतिथि शिक्षकों ने राजधानी के नीलम पार्क में सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए शांतिपूर्वक एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले कई घोषणाएं की थी. अब उन्हें पूरा करने का समय आ गया है. वहीं मांगे पूरी न होने पर अतिथि शिक्षकों ने सरकार को चेतावनी भी दी है.
तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अतिथि शिक्षकों ने दिया धरना, प्रदेश सरकार को दी ये चेतावनी
तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अतिथि शिक्षकों ने राजधानी के नीलम पार्क में सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए शांतिपूर्वक एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.
दरअसल विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने वचन पत्र में अतिथि शिक्षकों के लिए अनेक के लिए कई घोषणाएं थी. जिसको लेकर शिक्षकों का कहना है कि इसी को ध्यान में रखते हुए हमने कांग्रेस सरकार को वोट दिया था. यदि सीएम कमलनाथ हमारी मांग पूरी नहीं करते हैं तो मध्यप्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनाव में हम कमलनाथ सरकार को सपोर्ट नहीं करेंगे.
अतिथि शिक्षकों की मांग है कि पहले जनभागीदारी समिति द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों को परंपरागत पाठ्यक्रमों में सम्मिलित कर पद सृजित किया जाए. इसके साथ ही वर्तमान समय में मध्यप्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में जन भागीदारी साहित्य पाठ्यक्रम के अंतर्गत अध्यापन कार्य कर रहे सभी शिक्षकों का युक्तियुक्त करण के तहत नियमितीकरण किया जाए. वहीं उनका कहना है कि अपनी मांगों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी कई बार ज्ञापन दे चुके है. लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला है.