भोपाल। 4 दिन का विधानसभा सत्र चंद घंटों में खत्म होने को लेकर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ और अपराध जैसे दूसरे जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन ऐसे मुद्दों पर चर्चा के स्थान पर सिर्फ हंगामा किया गया. नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह खुद ही कह चुके हैं कि उन्हें सदन का अनुभव नहीं है. यही स्थिति कांग्रेस के दूसरे फ्रंट लाइन में बैठने वाले नेताओं की है. कांग्रेस विधायक बाढ़ को लेकर कुर्ता फाड़ रहे हैं और कांग्रेस नेताओं ने चर्चा कराना भी जरूरी नहीं समझा.
कमलनाथ को बदलें सोनिया गांधी
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोनिया गांधी से अनुरोध किया है कि 'जिस नेता प्रतिपक्ष को 30 महीने बाद भी सदन का अनुभव नहीं है, उसको बदलकर देखें हो सकता है इससे कांग्रेस पार्टी का कुछ भला हो जाए. वैसे भी कांग्रेस बहुत विचित्र स्थिति से गुजर रही है.'
कांग्रेस के आंदोलनों में नहीं आती जनता
उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस पार्टी को जहां संवाद करना चाहिए, वहां हल्ला करती है और जहां हल्ला करना चाहिए वहां संवाद की बात करती है. यही वजह है कि सदन के बाहर कांग्रेस के विधायक जिस मुद्दे को लेकर अपना कुर्ता फाड़कर विरोध जता रहे थे. उसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सदन में चर्चा कराना भी जरूरी नहीं समझा. कांग्रेस के विधानसभा घेराव पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के आंदोलनों में जनता नहीं आती. यह बात कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह को भी अच्छी तरह से समझ आ चुकी है.