भोपाल :दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. प्रदर्शन का केंद्र अब गाजीपुर बॉर्डर हो गया है. हालांकि सिंधु और टीकरी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान मौजूद हैं. आंदोलन जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है इस पर राजनीति भी तेज होने लगी है. राकेश टिकैत ने भी मंगलवार को ऐसा बयान दिया था जिससे सरकार की और भी चिंता बढ़ सकती है. टिकैत ने कहा है कि अब किसान आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा. गाजीपुर बॉर्डर पर विपक्ष के कई नेता पहुंच रहे हैं और किसानों को अपना समर्थन दे रहे हैं, अब किसान आंदोलन पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान भी सामने आया है.
'किसानों से बातचीत के सभी विकल्प खुले हैं' 'किसानों से चर्चा के सभी विकल्प खुले हैं'
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों से कभी भी बातचीत बंद नहीं की थी, किसानों से चर्चा के सभी विकल्प खुले हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पर्दे के पीछे से बातचीत में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं. असल में वजूद बचाने के लिए कांग्रेस को किसान आंदोलन के नाम पर घड़ियाली आंसू दिखाना मजबूरी बन गई है.
किसानों का आंदोलन टुकड़े-टुकड़े गैंग का प्रयोग
किसान आंदोलन टुकड़े-टुकड़े गैंग का प्रयोग नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किसानों का धरना कोई जनांदोलन नहीं टुकड़े-टुकड़े गैंग का एक ऐसा प्रयोग है जो सफल हो जाए तो इसके बाद गैंग CAA, अनुच्छेद 370 और राम मंदिर के मुद्दे पर भी दबाव बनाने का रास्ता खोल सकते हैं.