भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के जीवन से जुड़े कई किस्से आम हैं, लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि मंच से अर्जुन सिंह जो भाषण देते थे, उसे हिंदी में उनकी पत्नी स्वर्गीय सरोज कुमारी लिखा करती थीं. उनकी हिंदी पर अच्छी पकड़ थी. बघेली मुहावरों का वे खूबसूरती से प्रयोग करती थीं. स्वर्गीय सरोज कुमारी द्वारा संकलित किए गए मुहावरों और कहावतों को अर्जुन सिंह सदभावना फाउंडेशन द्वारा इसे किताब के रूप में लाया जा रहा है. अर्जुन सिंह की बेटी वीणा सिंह ने बताया कि भोपाल का बिट्टन मार्केट उनकी मां के घर पर ही रखा गया था. हालांकि उन्होंने भोपाल के बिट्टन मार्केट को बिट्ठल मार्केट बुलाए जाने पर आपत्ति जताई और अनुरोध किया कि इसे बिट्टन मार्केट ही कहा जाए.
बिट्टन मार्केट के नामकरण का किस्सा सुनाया:किताब के विमोचन कार्यक्रम के संबंध में आयोजित पत्रकार वार्ता में वीणा सिंह ने कहा कि उनकी मां स्वर्गीय सरोज कुमारी का घर का नाम बिट्टन था. हमारे मामा पक्ष के परिजन उन्हें बिट्टन नाम से ही बुलाते थे. तत्कालीन प्रशासक एमएन बुच हमारे पड़ोसी थे. हमारे और उनके परिवार के बीच बेहद अच्छे संबंध थे. वे अक्सर घर आते थे. एक बार जब वे घर आए. उस दौरान उनकी मां को बिट्टन कहकर कई बार बुलाया गया, तो एमएन बुच आखिरकार पूछ बैठे कि यह नाम घर में वे पहली बार सुन रहे हैं. बिट्टन किसका नाम है. जब उन्हें बताया कि सरोज जी का ही घर का नाम बिट्टन है, तब उन्होंने कहा कि "भोपाल में एक नया मार्केट बन रहा है, उसका नाम बिट्टन रखा जाएगा. बाद में इसे बिट्टन मार्केट नाम दे दिया गया. हालांकि वीणा सिंह ने दुख जताया कि अब इसे बिट्टन के स्थान पर बिट्ठल मार्केट बुलाया जाने लगा है, लेकिन मेरा सभी से अनुरोध है कि इसे बिट्टन मार्केट ही रहने दिया जाए.