भोपाल।मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन को लेकर कवायद जारी है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ रविवार रात दिल्ली में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में भी मंत्रियों के नाम फाइनल नहीं हो पाए. सांसद से विधायक बने नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर पेंच फंस गया है. केंद्रीय नेतृत्व सांसद से विधायक बने सभी नेताओं को मंत्री बनाए जाने के पक्ष में है, जबकि प्रदेश संगठन इस पर सहमत नहीं है. संगठन का मानना है कि यदि सांसद से विधायक बने नेताओं को मंत्री बनाया जाता है, तो उन्हें भारी-भरकम विभाग देना पड़ेंगे. साथ ही वरिष्ठता के नाते उनकी मुख्यमंत्री के साथ पटरी बैठने की भी संभावना नहीं है. ऐसे में मंत्रियों की सूची अटक गई है. केंद्रीय नेतृत्व एक बार फिर मंत्रियों के नाम फाइनल करने के लिए मंथन कर रहा है. Cabinet formation in MP
एक-दो दिन में होगी तस्वीर साफ :इससे पहले मंगलवार को नए मंत्रिमंडल के शपथ लेने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन अब संभवत: मंत्रियों को बुधवार या गुरुवार को शपथ दिलाई जाएगी. बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदय प्रताप सिंह सांसद से विधायक बने हैं. नरेंद्र सिंह तोमर का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए तय हो गया है. केंद्रीय नेतृत्व बचे हुए चार नेताओ को मंत्री बनाने के पक्ष में है. इसके अलावा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है. इसके अलावा क्षेत्रीय और जातीय संतुलन पर भी फैसला नहीं हो पाया है. संगठन के नेताओं ने जिनके नाम आगे किए हैं, उनमे से कुछ पर आरएसएस सहमत नहीं है. आरएसएस ने भी अपनी तरफ से चार से पांच विधायकों के नाम आगे बढ़ाए हैं. इन नामों पर भी मंथन हो रहा है. Cabinet formation in MP