भोपाल।मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने पिछले दिनों प्रदेश में घटित हुई अलग-अलग घटनाओं को एक्शन लिया है. भोपाल शहर के शाहजहांनाबाद स्थित शासकीय छात्रावास में एक दिव्यांग छात्र के साथ कुकृत्य के बाद आरोपित सफाईकर्मी को तो गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन विद्यार्थियों की सुरक्षा में हुई चूक के लिये छात्रावास प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. लापरवाही के मामले में छात्रावास वार्डन दो से तीन बार सस्पेंड भी हो चुका है. छात्रों ने कहा कि छात्रावास प्रबंधन उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है. आयोग ने मामले में कलेक्टर भोपाल से जांच कराकर कार्यर्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.
रायसेन में नपा ठेकेदार की लापरवाही :रायसेन जिले की नगर पालिका मंडीदीप द्वारा शांतिनगर, वार्ड नं. 10 में पाइप लाइन डालने का कार्य कराया जा रहा है. यहां लाल बिल्डिंग के पास बने खुले पड़े गड्ढे में गिरने से निजी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ रही एक बच्ची मुंह के बल नाले में गिर गई. इससे उसकी नाक में गंभीर चोट आई. ठेकेदार द्वारा खोदे जा रहे किसी भी गड्ढे के पास सुरक्षा या सूचक उपकरण का कोई इंतजाम नहीं किया गया. मानव अधिकार आयोग ने मामले में एसपी रायसेन तथा सीएमओ, नपा मंडीदीप से प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है.
रतलाम में एक ही परिवार के चार लोग पोखर में डूबे :रतलाम जिले के डेलनपुर गांव में होली खेलने के दौरान एक ही परिवार के चार लोग पोखर (तालाब) में डूब गये. हादसे में चारों की मौत हो गई. डेलनपुर गांव निवासी सुखराम देवदा की नवविवाहित बेटी रूपा, दामाद विनोद कटारा, बेटे लखन और किशोर की मौत हो गई. हादसा होली खेलने के दौरान हुआ. वहां रंग लगाने की भागदौड़ में धक्का लगने से रूपा-विनोद के साथ लखन और किशोर भी पोखर (तालाब) में गिर गये. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मामले में कलेक्टर, रतलाम से चारों मृतकों के वैध वारिसों को मुआवजा राशि दिये जाने के संबंध में की गई कार्रवाई के बारे में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है.