भोपाल।चुनावी साल में बीजेपी अपने उन गढ़ों को और मजबूत करने में जुट गई है, जहां उसे लग रहा है कि कांग्रेस उनकी सीटों पर सेंध लगा सकती है. विंध्य में गृह मंत्री अमित शाह कोल समाज के कार्यक्रम में आने वाले हैं. सतना जिले में 24 फरवरी को कोल समागम के बहाने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगने वाला है. शाह यहां 1 लाख कोल जाति के लोगों की सभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद चुनावी रणनीति के तहत विंध्य प्रदेश के नेताओं को दिशा-निर्देश देंगे.
दो दिन के दौरे पर अमित शाह :केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम को लेकर सरकार और पार्टी ने तैयारी पूरी कर ली है. अमित शाह सतना पहुंचने से पहले शारदा माता के दर्शन कर पूजा अर्चना करेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके साथ रहेंगे. इसके बाद शाह सतना पहुंचकर कोल जनजाति महाकुंभ सभा को संबोधित करेंगे. फिर सतना के मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण होगा. रात में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और विन्ध्य के प्रमुख नेताओं की बैठक भी शाह लेंगे. वह रात को सतना में ही रुकेंगे. वह चुनावी रणनीति के मद्देनजर विन्ध्य और प्रदेश के नेताओं से मुलाकात कर फीडबैक लेंगे और जरूरी टिप्स भी देंगे. शाह सतना में रात में रुककर बैठक लेंगे और दूसरे दिन खजुराहो होकर दिल्ली जाएंगे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, मीना सिंह, विजय शाह, रामखेलावन पटेल इस दौरान मौजूद रहेंगे.
अमित शाह ने क्यों चुना विंध्य :दरअसल, विंध्य में पिछले चुनाव में बीजेपी को जो बढ़त मिली थी, पार्टी उसे बरकरार रखना चाहती है. दूसरा कारण है कि यहां पर बीजेपी को अच्छा खासा बहुमत मिला, लेकिन बावजूद इसके इस क्षेत्र को पर्याप्त नेतृत्व न मिलने से यहां के नेताओं में गुस्सा है. लिहाजा अमित शाह का दौरा अहम है. यहां पर पनप रहे आक्रोश को थामने पर पार्टी में मंथन भी होगा. भाजपा का परंपरागत गढ़ माने जाने वाले महाकौशल एवं विंध्य क्षेत्र में पार्टी को नगरीय निकाय चुनाव में झटका लगा है. रीवा, जबलपुर में कांग्रेस और सिंगरौली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के महापौर बने हैं. सीधी एवं चुरहट की जनता ने भी कांग्रेस का साथ दिया है. परिस्थितियों को अनुकूल करने के लिए शाह को बुलाया गया है.
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स्थानीय नेताओं को मौका मिलेगा :सीएम शिवराज ने 24 फ़रवरी को कोल समाज के बड़े सम्मेलन को देखते हुए सीएम निवास पर इस समाज के लोगों से मुलाकात की. वहीं हलमा महोत्सव को लेकर भी सीएम ने बैठक की. हलमा महोत्सव में राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू का कार्यक्रम प्रस्तावित है. 26 फ़रवरी को झाबुआ में बड़ा उत्सव रखा गया है. इस जरिए बीजेपी आदिवासियों की कोल और अन्य समाज को साधने के लिए बड़ा दांव खेलने जा रही है. बता दें कि राज्य सरकार पिछले कई सालों से अनूपपुर जिले में शबरी महाकुंभ का आयोजन करती रही है. कोल समाज के सम्मेलन के मद्देनजर सरकार ने 23 व 24 फरवरी को सतना जिले में निकाली जाने वाली विकास यात्राएं स्थगित कर दी हैं.