भोपाल।मध्य प्रदेश सरकार Tiger Tourism को प्रमोट करने के लिए एक नई शुरुआत कर रही है 'बफर में सफर'. इसके लिए 33 स्थानों को चिन्हित कर वहां सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. इसके अलावा टूरिस्ट स्पॉट्स पर सुविधाएं देनें वाले 20 हजार से ज्यादा सर्विस प्रोवाइडर्स का कौशल उन्नयन किया जाएगा. ताकि पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकें और रोजगार के नए साधन पैदा हो सकें.
टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 526 से ज्यादा पहुंच चुकी है. बाघों के दीदार के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक नेशनल पार्कों की तरफ खिंचे चले आते हैं. कोरोना काल में भी लोग बड़ी संख्या में नेशनल पार्क पहुंचे हैं. वर्ष 2019-20 के दौरान नेशनल पार्कों में देसी के अलावा विदेशी पर्यटक भी पहुंचे. इस दौरान यहां 59 हजार 270 पर्यटक पहुंचे. इनमें 57,653 देसी और करीब 1700 विदेशी पर्यटक शामिल हैं. इसको देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों बांधवगढ़ में आयोजित समीक्षा बैठक में 'बफर में सफर' को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं.
'बफर में सफर' स्कीम के तहत टूरिज्म का होगा विकास
विभाग ने बफर में सफर के लिए 3 दर्जन के करीब स्थान चिन्हित कर इन्हें विकसित करने की तैयारी की है. कान्हा नेशनल पार्क में सिझोरा, खापा और खटिया के अलावा हरसा गेट, अकोला गेट को विकसित किया जाएगा. बांधवगढ़ में धमाखरा, और मानपुर, पेंच में रुखड़, खवासा, खूब पानी, घाट कोहका को भी विकसित किया जा रहा है. वन मंत्री विजय शाह के मुताबिक वनों के जरिए टूरिज्म को बढ़ाने के तमाम उपाय किए जाएंगे.