भोपाल। MP में नए साल 2022 की महंगाई से शुरुआत हो रही है. लगातार बढ़ती महंगाई ने लोगों पर दोहरी मार की है. कोरोना से पहले ही स्थिति खराब है वहीं दूसरी ओर देश में थोक महंगाई का आंकड़ा 12 साल के हाई लेवल पहुंच जा चुका है. खान-पान की चीजों से लेकर कंज्यूमर इलेक्ट्रानिक्स और आटो,स्टील की कीमतें भी नए साल में कम नहीं हो रही हैं. इसके साथ ही अब लोगों को कंज्यूमर गुड्स प्रोडक्ट के लिए भी ज्यादा दाम चुकाने होंगे. नए साल में खान पान की चीजों में खाद्य तेल के रेट अभी भी महंगे बने हुए हैं. सरसों औऱ मूंगफली तेल 200 रुपए प्रति लीटर में मिल रहा हैं वहीं सोयाबीन तेल 135 से 140 रुपए पहुंच गया है. इसके साथ ही दालों की कीमतें भी 100 रुपए के करीब बनी हुई हैं. शक्कर 40 रुपए किलो में मिल रही है. कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स की मप्र इकाई के उपाध्यक्ष रमाकांत तिवारी कहते हैं कि सरकार को खाद्य पदार्थों में स्टाक सीमा लागू करना चाहिए तब ही रेट कम होंगे.
मारुति, टाटा मोटर्स, हीरो जैसी कंपनियां बढ़ाएंगी प्रोडक्ट की कीमत
बता दें कि कंज्यूमर इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर की कंपनियों ने पिछले साल 3 से 5 प्रतिशत तक प्रोडक्ट्स की कीमतें बढाई थीं. अब नए साल में 6 से 10 प्रतिशत तक और दाम बढाए जाने की तैयारी है. यहीं नहीं FMCG कंपनियां भी 4 से 10 प्रतिशत तक कीमतें बढ़ाने वाली हैं. पिछले 6 महीनों में हिंदुस्तान यूनीलीवर, डाबर, ब्रिटानिया और मैरिको के साथ अन्य कंपनियों ने 5 से 12 प्रतिशत तक की बढोतरी की थी. आटो सेक्टर भी नए साल से ज्यादातर प्रोडक्ट की कीमतें बढाने जा रहा है. मारुति, टाटा मोटर्स, हीरो जैसी कंपनियों ने तो पहले घोषणा कर दी है कि वे जनवरी से अपने प्रोडक्ट की कीमतें बढ़ा देंगी। वहीं स्टील सेक्टर में स्टील का भाव 77 रुपए प्रति किलो हो गया है. यह अप्रैल 2020 में 38 रुपए प्रति किलो था. एल्युमिनियम का दाम 1700 डालर प्रति टन से बढकर 2700 डालर प्रति टन हो गया है.