भोपाल। राजधानी में लॉकडाउन शुरु होते से ही कई अस्पतालों ने दूसरी बीमारियों का इलाज करने पर रोक लगा दी थी. जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने शहर के सभी अस्पतालों को बीमारियों का इलाज जारी रखने का निर्देश दिया है. अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि कोविड-19 के लिए कुछ चिंहित अस्पतालों के अलावा सभी अस्पतालों को अन्य बीमारियों के लिए परमिशन दे दी है.
अस्पतालों को मिली दूसरे इलाज करने की परमिशन, नियमों के तहत होगा काम
भोपाल के कई अस्पतालों में कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों के इलाज पर रोक लगा दी थी. अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि कोविड-19 के लिए कुछ चिन्हित अस्पतालों के अलावा सभी अस्पतालों को अन्य बीमारियों के इलाज के लिए परमिशन दे दी है. साथ ही एडवाइजरी जारी कर पालन करने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों से भी अनुरोध है कि वे अन्य बीमारियों का इलाज जारी रखें. यदि निजी अस्पतालों को किट और अन्य सुरक्षा उपकरणों की जरूरत है तो वो भी उपलब्ध कराएंगे. यदि कोई पॉजीटिव केस उनके अस्पताल में आता है, जिसका इलाज वे नहीं करना चाहते हों तो कॉल सेंटर में इसकी जानकारी दे सकते हैं. साथ ही निर्देश जारी किए गए हैं कि सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की जांच के लिए गेट पर अलग से फ्लू ओपीडी और प्राइमरी स्क्रीनिंग की यूनिट शुरु की जाए.
राजधानी के जेपी हॉस्पिटल और राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में यह व्यवस्था कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए की जा रही है. अस्पताल में सामान्य मरीजों और कोरोना के संदिग्ध और पॉजीटिव मरीजों को अलग-अलग गेट से एंट्री दी जाने के निर्देश जारी किए गए हैं. स्क्रीनिंग सेंटर में ड्यूटी कर रहे पैरामेडिक्स के स्टाफ को पीपीई किट पहनना होगा और एडवाइजरी का पूरी तरह से पालन करना होगा.