भोपाल।गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं का समर्पण जीतता है. हमारे कार्यकर्ताओं की निष्ठा जीतती है. हमारे कार्यकर्ताओं की लगन जीतती है. कमलनाथ जी आप कितना भी बोलते रहो, वो आप से नहीं सीखेंगे, क्योंकि आपमें समर्पण व निष्ठा कभी कार्यकर्ताओं को दिखी ही नहीं. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी को देख लो और आपको देख लो और दोनों को देखकर कार्यकर्ता सीखता तो वही है.
नीमच घटना में केस दर्ज :नीमच में हुई घटना पर गृह मंत्री ने बताया कि जैन समाज के व्यक्ति थे. वे बुजुर्ग व्यक्ति थे. भटक गए थे. भटकने के बाद से वे अपना परिचय ठीक से नहीं दे पा रहे थे. कुछ शब्दों को बोलने में अटकते थे. घटना करने वाला व्यक्ति चिह्नित हो गया है और उसके खिलाफ धारा 302 और धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. दिनेश कुशवाहा पर प्रकरण रजिस्टर्ड हो गया है. मृतक के परिवार वालों ने जानकारी दी है कि वह मंदबुद्धि थे.
कांग्रेस को इसलिए संविधान खतरे में नजर आता है :राहुल गांधी ने लंदन में बयान दिया है कि भारत में संविधान खतरे में है और नरेंद्र मोदी किसी की नहीं सुनते. इस पर गृह मंत्री ने कहा कि विदेश में जाकर देश को बदनाम करना उनका शगल है. प्रारंभ से पूरी कांग्रेस इन्हीं पदचिह्नों पर चलती है, जब कांग्रेस खतरे में होती है तो उन्हें संविधान खतरे में नजर आता है. गृह मंत्री ने कहा कि राहुल जी कांग्रेस पार्टी खतरे में हैं और जब तक आप रहोगे, तब तक खतरे में ही रहेगी. कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह खुले मंच से अधिकारियों- कर्मचारियों को धमका रहे और उनसे अभद्र भाषा में बात कर रहे हैं. इस पर गृह मंत्री ने कहा कि किसी ने इन्हें देखकर ही मुहावरा बनाया होगा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. यह हिस्ट्रीसिट्रो की भाषा है. किसी विधायक या जनप्रतिनिधि की भाषा नहीं है.
ओबीसी को आरक्षण भाजपा ने दिलाया :नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम भी विपक्ष में रहे हैं. ऐसे असंसदीय शब्दो का प्रयोग किसी ने नहीं किया. किसी वर्तमान विधायक सांसद व पूर्व विधायक सांसद को ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए. ओबीसी आरक्षण पर गृह मंत्री ने कहा कि कमलनाथ को कांग्रेस का समर्थन है. कोर्ट में कांग्रेस गई .थी स्टे कांग्रेस के लोग लाए. अपील में यह नहीं गए. ओबीसी का आरक्षण शून्य करा दिया और फिर अपील में भाजपा सरकार गई, वह शून्य हटवा कर लाई. क्या ओबीसी के लोग यह सोचते नहीं हैं. इसलिए हम मुख्यमंत्री का अभिनंदन कर रहे हैं.