भोपाल।राजगढ़ में बारात में हुए बवाल को लेकर गृह मंत्री ने कहा कि पिपलिया गांव की घटना है. वहां पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी की घटना की गई थी. पुलिस बल पहले से वहां मौजूद था और रात को एसपी और कलेक्टर दोनों वहां पहुंच गए थे. शादी आनंदपूर्वक संपन्न हो गई है. स्थिति पूरी तरह से वहां नियंत्रण में है.भोपाल धर्मांतरण मामले में गृह मंत्री ने बताया कि इस पूरे मामले में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दे दिए थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था 4 लोगों की गिरफ्तारी भी हो गई. इसके अलावा में प्रदेश में जितने भी मिशनरी स्कूल हैं, उनके लिए भी इंटेलिजेंस को बोल दिया गया है कि उन पर नजर रखी जाए. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी के नेताओं को दिग्विजय रोग लग गया है और उसका इलाज भी उन्हीं के पास है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि दरअसल, दिग्विजय सिंह नाम का जो रोग था, उसमें 15 साल पहले जनता ने ही वैक्सीन लगा दिया था. हर 5 साल में बूस्टर डोज दे देती है जनता. इस बार भोपाल लोकसभा चुनाव में लगा था बूस्टर डोज.
एमपी में कांग्रेस की कोई नहीं सुनता :कांग्रेस के चिंतन शिविर में काफी बड़े निर्णय लिए गए हैं. युवाओं को लेकर निर्णय लिए गए हैं, इस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देखिए मैंने पहले ही कहा था वह चिंतन शिविर नहीं चिंता शिविर है. वहां पूरे गांधी परिवार की चिंता की गई. यदि 50 साल की उम्र की आप बात करें तो मध्यप्रदेश में सारे नेता इस फार्मूले में आउट हो जाएंगे. हालांकि यह बात सही है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कोई नहीं सुनता है. छोटे चचा और बड़े चचा जो तय करते हैं, वही होता है. इसलिए कांग्रेस की मध्यप्रदेश में कोई वैल्यू नहीं है. सवाल यह है कि भारत माता से उन्होंने कुछ नहीं लिया, उनका यह कहना पीड़ादायी है.
राहुल गांधी का भारत से कभी लगाव नहीं रहा :अरुण यादव ने कल एक वीडियो जारी करके कहा कि यह जो चिंतन शिविर है, यह बाइबल की तरह पवित्र है. इस पर गृह मंत्री ने कहा कि इस तरह की बात अरुण यादव को कहते रहना चाहिए, क्योंकि वह लोकसभा के जले भुने हैं और अब राज्यसभा सिर पर है तो इस तरह का बोलते रहेंगे तो शायद कुछ चांस मिल जाए. रही बात भारत माता से कुछ नहीं लिया है तो हमारे यहां एक कहावत है कि जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है. हमारा तो रोम रोम है ऋणी है भारत माता का. राहुल गांधी कैसे कह रहे हैं कि मैंने भारत माता से कुछ नहीं लिया और इस तरह की बात राहुल गांधी जैसे नेता कह सकते हैं. क्योंकि उनका कभी कोई अटैचमेंट भारत माता से रहा ही नहीं.