भोपाल। शहडोल में स्थित पंडित शंभुनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के तीसरे स्थापना दिवस पर आयोजित वेबीनार का शुभारंभ प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया. इस दौरान कोरोना जैसा वैश्विक महामारी को लेकर भी चर्चा की गई है. इस अवसर पर गवर्नर लालजी टंडन ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न संकट का समय चिंतन और नवाचार का है. पूरा देश एकजुट होकर आज इस संकट का समाधान ढूंढ रहा है. एक दूसरे का सहयोग कर रहा है. इस भाव को देख कर लगता है कि देश में एकत्ववाद का फिर से जागरण हो रहा है.
राज्यपाल ने कहा कि कोरोना संकट के दुष्प्रभाव से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन के जरिए देशवासियों को सलाह दी है. जारी लॉकडाउन के समय परिस्थितियों का सामना करने का हौसला बढ़ाया, जो सराहनीय है. उन्होंने कहा कि लॉकडॉउन के दौरान जो प्रतिबंध लगे हुए थे, अब वह धीरे-धीरे हटाए जा रहे हैं, लेकिन अभी भी कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है. इसको लेकर सावधानियां बरतनी होगी, जिससे धीरे-धीरे इस संकट से निजात मिल सकें. संयम और धैर्य से काम लेना होगा.
लालजी टंडन ने कहा कि इस संकट काल के बाद नई संस्कृति का जन्म होने वाला है. अब जिम्मेदारी बनती है कि हम अपनी क्षमता और योग्यता के साथ खुद प्रेरित होकर भारत के विकास को नई दिशा देने के लिए कार्य करें. उन्होंने देश की बेटियों, छात्रों और नागरिकों की तारीफ करते हुए कहा कि इन लोगों ने तेजी के साथ कोरोना का सामना करने के लिए मास्क और अन्य आवश्यक उत्पादों का निर्माण कर आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारा विश्वास और अधिक बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि यह हमारा इतिहास ही है जहां विषम परिस्थितियों में भी हम अपने आत्म सम्मान और संस्कृति की रक्षा करते रहे हैं.