भोपाल| प्रदेश में बढ़ते जा रहे कोरोना वायरस के पीड़ित मरीजों की संख्या से सीएम शिवराज सिंह भी चिंतित नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि जनता से उन्होंने सीधा संवाद किया है. और लोगों को विश्वास दिलाया है कि किसी को भी किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है. जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा. उन्होंने कहा है कि 15 अप्रैल के बाद से समर्थन मूल्य पर खरीदी का काम सरकार के द्वारा शुरू होगा.किसानों को किसी भी तरह से परेशान होने की जरूरत नहीं होगी. वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि राजस्व में 25% से ज्यादा की कमी है पर हालात सुधरते ही कर्मचारियों को डीए की सौगात दी जाएगी. उन्होंने डीए के आदेश को निरस्त नहीं किया है सिर्फ कुछ समय के लिए रोका है.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही कोरोना संकट को पहचान लिया,और देश में लॉकडाउन जैसी व्यवस्था प्रारंभ कर दी. यह उनकी दूरदर्शिता का परिणाम है कि समय रहते हमने देश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित कर लिया है. जहां एक ओर विश्व के इटली, स्पेन, अमेरिका जैसे देश भयानक संकट से गुजर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत की स्थिति बेहतर है. लड़ाई कठिन है, पर हम पूरी ताकत से इससे लड़ेंगे और जीतेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 मार्च की रात 9 बजे शपथ लेने के बाद मैंने सबसे पहला काम वल्लभ भवन पहुंचकर कोरोना के संबंध में बैठक लेने का फैसला किया.पूरा शासन, प्रशासन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुट गया. डॉक्टर्स, नर्स, पैरामैडिकल स्टाफ, पुलिस, अधिकारी, कर्मचारी और पत्रकार जान हथेली पर रखकर लोगों की जिंदगी बचाने में लगे हैं .
हम अपने हौसले से कोरोना को हराएंगेमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के योद्धाओं के साथ दुर्व्यवहार और पथराव जैसी शर्मनाक घटना इंदौर में हुईं. इसे अत्यंत गंभीरता से लेकर आरोपियों के खिलाफ रासुका के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की गई है. हमारे अमले का हौसला कम नहीं हुआ और दूसरे दिन फिर से काम करने पहुंच गए हैं. सीएम ने कहा कि कुछ अधिकारी भी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं, लेकिन उनका काम करने का हौसला कम नहीं हुआ है.
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि हमारी कोरोना टेस्टिंग की क्षमता वर्तमान में 500 है, जिसे बढ़ाकर अतिशीघ्र 1000 कर लिया जाएगा. कोरोना से बंचाव के लिए पहने जाने वाले पीपीई किट्स अब हम मध्यप्रदेश में बना रहे हैं . इसे भारत सरकार ने मान्यता दी है. मास्क, दवाओं आदि की कमी नहीं है. हमारे स्व-सहायता समूह मास्क बना रहे है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जो मजदूर भाई-बहन दूसरे प्रदेशों में काम करके प्रदेश लौटे हैं, और जो दूसरे प्रदेशों से हमारे प्रदेश में आए हैं, सरकार उन सबकी भोजन, आवास, जांच, दवाईयों की व्यवस्था कर रही है.
कक्षा 1 से 8 तक जनरल प्रमोशन
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि प्रदेश में कक्षा 1 से 8 तक जनरल प्रमोशन दिया जा रहा है.10वीं एवं 12वीं की परीक्षा बाद में होगी. उनके लिए रेडियो स्कूल कार्यक्रम भी प्रारंभ किया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 52 लाख विद्यार्थियों को शासन द्वारा 430 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति उनके खातों में भेजी गई है. मध्यान्ह भोजन की राशि बच्चों के अभिभावकों के खातों में तथा रसोईयों का भी मानदेय उनके खातों में भेजा गया है.
15 अप्रैल से फसल खरीदी व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि उन्हें कृषि कार्यों के लिए हार्वेस्टर, कृषि उपकरण, आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे, इन पर रोक नहीं लगायी गई है . पंजाब सरकार से संपर्क करके कहा गया है कि वे प्रदेश में हार्वेस्टर आने दें. किसान अपनी फसल बिना किसी बाधा के काट सकेंगे, परन्तु उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. उनकी फसल की खरीदी की व्यवस्था भी आगामी 15 अप्रैल से की जा रही है .उनकी पूरी फसल खरीदी जाएगी.
अनहोनी पर कोरोना योद्धाओं को 50 लाख
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार हमेशा अपने अधिकारियों-कर्मचारियों का पूरा ध्यान रखती है. कोरोना संकट के चलते हमारा राजस्व संग्रहण अत्यंत कम हुआ है. और सारे संसाधन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे हुए हैं. फिर भी हम कर्मचारियों को बढ़ा हुआ डीए अवश्य देंगे. अभी इसे स्थगित किया गया है. मध्यप्रदेश सरकार समाज के किसी भी वर्ग को तकलीफ नहीं आने देगी. प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख तक का बीमा घोषित किया है. प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग के अलावा भी कोरोना संकट से लड़ने वाले सरकारी अमले को किसी अनहोनी होने पर 50 लाख की राशि का प्रावधान कर रही है.
घर में रहकर मनाएं त्योहार
प्रदेश में कोरोना संकट से निपटने के लिए सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक करके उनसे आग्रह किया गया है कि प्रदेश में आगामी त्यौहार घर पर ही रहकर मनाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोग चाहे किसी भी समुदाय अथवा धर्म के हों, सभी कोरोना संकट में सहयोग कर रहे हैं, और पिछले त्यौहार भी उन्होंने घर पर रहकर ही मनाए हैं. इस संकट में लोग मृत्युभोज, विवाह आदि आयोजन भी नहीं कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट की इस घड़ी में हम सब प्रधानमंत्री के सुझावों पर पूरा अमल करें तथा उनके साथ खड़े होकर संकट का सामना करें . घर पर ही रहकर योग, व्यायाम, ध्यान करें, पढ़ें-लिखें, परिवार को समय दें. कोरोना की इस लड़ाई को पूरे हौसले के साथ लड़ें, पर साथ में प्रार्थना जरूर करें. सभी धर्म, पंथ के लोग ईश्वर से प्रार्थना करें कि हम इस महामारी से शीघ्र बाहर निकलें.
मुख्यमंत्री ने कहा
'हम लड़ेंगे, जीतेंगे,
हार नहीं मानेंगे।
रैन अंधेरी बीतेगी,
पतवार चलाते जाएंगे,
मंजिल आएगी,
जरूर आएगी।'