भोपाल। तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के समर्थन में आज भोपाल के नीलम पार्क में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसान सत्याग्रह का ऐलान किया गया था. किसान सत्याग्रह के आयोजन के पहले ही किसान यूनियन के तीन नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. धरना स्थल नीलम पार्क को छावनी में तब्दील कर दिया गया. किसान आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे किसान नेताओं को पुलिस ने आज गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. किसान नेताओं का कहना है कि आंदोलन का दबाने का प्रयास किया जा रहा है. मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार की हिटलरशाही चल रही है. वहीं भोपाल डीआईजी ने गिरफ्तारी को लेकर कोई सीधी बात नहीं कही है, उन्होंने इतना जरूर कहा है कि किसान नेताओं से बातचीत चल रही है.
किसान सत्याग्रह का समर्थन करने पहुंचे किसान नेता गिरफ्तार
भले ही प्रशासन और पुलिस ने नीलम पार्क को छावनी में तब्दील कर दिया था और भारी पुलिस बल तैनात किया था, लेकिन इसके बावजूद किसान मोर्चा के कुछ नेता नीलम मार्ग पहुंचे और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई को लेकर जमकर नारेबाजी की. किसानों की संख्या को बढ़ते देख पुलिस ने इन नेताओं को भी गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.
प्रदेशभर में दमन कर रोका गया किसानों को
किसान आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे राकेश कुमार ने बताया कि में ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन से हूं, यह संयुक्त किसान मोर्चा है. इसकी तरफ से दिल्ली में जो आंदोलन चल रहा है, उसके समर्थन में किसान सत्याग्रह चल रहा है. आप देख रहे हैं कि नीलम पार्क को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस प्रशासन ने पूरे प्रदेश में दमन किया है. हमारे तीन नेताओं को गिरफ्तार किया गया है और आज भी किसी को भोपाल नहीं आने दिया है.
मध्य प्रदेश में चल रही है शिवराज सरकार की तानाशाही
आंदोलन का समर्थन पहुंच करने पहुंचे कांग्रेस नेता अवनीश भार्गव ने कहा कि शिवराज सरकार जिस तरीके से किसानों के साथ तानाशाही कर रही है. आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है. आंदोलन की अनुमति नहीं मिल रही है. जिस तरीके से मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की हिटलर शाही चल रही है, उसका हम विरोध करते हैं. काले कानून के विरोध में जेल में रहना पड़ा, तो जेल में रहेंगे, लेकिन काला कानून वापस करा कर रहेंगे.