भोपाल। प्रदेश में हो रही बारिश का असर दिखने लगा है. कई जिलों में बारिश की वजह से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. साथ ही शीतलहर का कहर भी खासा नजर आ रहा है. वहीं इस सीजन में पहली बार सबसे ज्यादा ठंडा रविवार 15 दिसंबर को दर्ज की गई, जब न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ जो कि सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है.
मध्यप्रदेश में शीतलहर का 'कहर'
कोहरे से बढ़ रही ठिठुरन
रविवार को बादलों के कारण रात में तापमान भले ही सामान्य से ज्यादा रहा हो, लेकिन सुबह घना कोहरा और उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के कारण ठिठुरन महसूस की गई. धूप नहीं निकलने से दिन का पारा सिर्फ 18.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचकर थम गया था , जिसके बाद पारा फिर नीचे गिरा. वहीं मौसम विभाग के अनुसार आसमान में बादल छाने लगे हैं. जिससे अब रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने की संभावना है. जैसे-जैसे मौसम साफ होता जाएगा, वैसे ही ठंड का असर भी बढ़ता जाएगा.
दर्ज की जा रही है तापमान में गिरावट
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र पर बने चक्रवात के कारण प्रदेश के कुछ स्थानों में बारिश हुई है. आसमान पर बादल बने रहने के साथ ही हवा का रुख उत्तरी होने से पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है . वहीं जम्मू-कश्मीर में भी लगातार पारा गिरा हुआ है. जिसका असर प्रदेश में ठंडी हवाओं के माध्यम से महसूस किया जा सकता है. राजधानी में अधिकतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. साल 2012 से अब तक दिसंबर महीने में रविवार का तापमान सबसे कम रहा है. जो कि सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस कम रहा. वहीं शनिवार का अधिकतम तापमान 22.8 दर्ज किया गया जो कि सामान्य से डिग्री कम रहा है. इस वजह से सुबह कोहरे की मौजूदगी में ठिठुरन महसूस होती रही है. आसमान साफ होते ही ठंड के तेवर और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है .