भोपाल।विकास दुबे के एनकाउंटर पर सियासत तेज हो गई है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एनकाउंटर को लेकर सवाल किया है, उन्होंने पूछा है कि, विकास दुबे और पिछले 3-4 दिनों में हुए उसके 2 अन्य साथियों के एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है ? दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है कि, 'जिसका शक था वो हो गया. विकास दुबे का किन- किन राजनीतिक, पुलिस और अन्य शासकीय अधिकारियों से संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा. पिछले 3- 4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है, लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है ?
विकास दुबे एनकाउंटर पर बोले दिग्विजय, 'अब नहीं पता लगेंगे राजनीतिक संरक्षण देने वालों के नाम'
विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर सवाल उठाया है, उन्होंने पूछा है कि, उसके 2 अन्य साथियों के एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है ?. दिग्विजय सिंह ने लिखा कि, अब गैंगस्टर को राजनीतिक संरक्षण देने वालों का नाम नहीं पता लग पाएगा.
दिग्विजय सिंह ने विकास दुबे के मध्य प्रदेश में पकड़े जाने पर भी सवाल किया. उन्होंने लिखा है कि, 'यह पता लगाना आवश्यक है कि, विकास दुबे ने मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना ? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहां उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था ?
एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि, 'कुख्यात अपराधी का एनकाउंटर तो हो गया, लेकिन अब भी सबसे बड़ा सवाल यही है कि, मध्य प्रदेश के किस नेता ने आखिर उसे यहां पर संरक्षण देकर सरेंडर करवाया था' ? एक और ट्वीट में एमपी कांग्रेस ने एनकाउंटर को लेकर सवालिया अंदाज में लिखा कि, 'मप्र के एक निजी सुरक्षा गार्ड ने जिसे पकड़ लिया, वो यूपी एसटीएफ के हथियार छीनकर भाग रहा था'.