भोपाल। कमलनाथ के इमरती देवी को 'आइटम' कहने वाले बयान पर बीजेपी लगातार हमलावर है. शिवराज सरकार के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा है. भदौरिया का कहना है कि, कमलनाथ मुंगेरीलाल की तरह हैं, जो कोरोना काल में भी आईफा की तैयारी कर रहे थे. जैकलिन फर्नांडीस के साथ फोटो खिंचवा रहे थे, लेकिन जैसे ही बीजेपी की सरकार आई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना काल में भी एक मरीज पर 64 हजार से 66 हजार रुपए खर्च किए हैं. शिवराज जी ने सबकी चिंता की और आज भी कर रहे हैं. इसी प्रकार से जैसे ही कोरोना वैक्सीन आएगी, तो मध्य प्रदेश की आम जनता चाहे वो मजदूर हो, युवा हो, मध्यमवर्गीय हो, या अमीर आदमी हो सभी को उपलब्ध करवाई जाएगी.
मुंगेरीलाल हैं कमलनाथ, कोरोना काल में कर रहे थे आईफा की तैयारी: अरविंद भदौरिया
सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा है. अरविंद सिंह भदौरिया का कहना है कि, कमलनाथ मुंगेरीलाल की तरह हैं, जो कोरोना काल में भी आईफा की तैयारी कर रहे थे.
प्रियंका गांधी से पूछेगी प्रदेश की जनता
कमलनाथ के इमरती देवी को लेकर 'आइटम' वाले बयान पर अरविंद भदौरिया का कहना है कि, अब राहुल गांधी की कांग्रेस अलग है, कमलनाथ की कांग्रेस अलग है. 'उपचुनाव में यदि प्रचार करने राहुल और प्रियंका गांधी आते हैं, तो मध्य प्रदेश की जनता उनसे पूछेगी की, क्या कमलनाथ का बयान सही है. इसके साथ ही मैं स्वयं आदरणीय बहन प्रियंका गांधी जी से पूछना चाहूंगा की, आप कमलनाथ के बयान से कितनी सहमत हैं'.
'यह उपचुनाव सभी का है'
तो वहीं चुनाव प्रचार में बार-बार सिंधिया और उनके समर्थकों के विवादित बयान पर मंत्री अरविंद भदौरिया ने सफाई देते हुए कहा की, जो सिंधिया के समर्थक हैं, वो सब सिंधिया के साथ आए हैं. यह चुनाव मध्यप्रदेश के लाखों लाख कार्यकर्ताओं का भी है. यह चुनाव नेता शिवराज सिंह चौहान के साथ सभी का है. ये विकास के सपनों को साकार करने का चुनाव है. कई बार सिंधिया और उनके समर्थक चुनावी रैली में इस उपचुनाव को सिंधिया का चुनाव बता रहे हैं.
'कमलनाथ ने सिर्फ जनता को ठगा है'
कांग्रेस सरकार के मुखिया रहे कमलनाथ के वचन पत्र को लेकर भदौरिया ने कांग्रेस सरकार के वादों को याद दिलाते हुए कहा कि, कमलनाथ ने बोला था 4 हजार रुपए बेरोजगारों के खाते में डालेंगे. 'आप की सरकार थी, आपने एक भी बेरोजगार के खाते में पैसे नहीं डाले और ना ही किसी को नौकरी दी. कमलनाथ नौटंकी बाजी, कबूतर बाजी ना करें. क्योकि युवा समझदार भी हैं, उस समय वो आपकी भावनाओं में आ गया था. लेकिन अब वो प्रश्न कर रहा है कि, पिछली सरकार में आपने क्यों भर्तियां नहीं निकाली. क्यों बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया.