भोपाल।उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी घटना के बाद कांग्रेस ने भाजपा नेतृत्व वाली सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. यूपी के साथ एमपी में भी भाजपा का विरोध हो रहा है. इसी के विरोध में औरकेंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस ने सोमवार दोपहर से ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. मिंटो हाॅल में गांधी प्रतिमा के सामने कांग्रेस नेता प्रदर्शन कर रहे हैं.
कांग्रेस देगी धरना
भोपाल जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने बताया कि उत्तरप्रदेश लखीपुर में किसानों की हत्या की गई. इस घटना को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी मौन धरना प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने कहा कि अभी भी घटना में बेटे को बचाने का षड्यंत्र करने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र का इस्तीफा नहीं हुआ है. घटना के बाद उनको पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.
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आठ किसानों की मौत
बता दें कि लखीमपुर जिले के तिकुनिया इलाके में उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद माैर्य का कार्यक्रम था. कार्यक्रम का विरोध करने के लिए किसान भी पहुंचे थे. आरोप है कि किसानों पर भाजपा सांसद और केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्र से के बेटे समेत कुछ लोगों ने गाड़ी चला दी थी. घटना में किसानों और बीजेपी कार्यकर्ता समेत आठ लोगों की मौत हो गई. इस मामले में फरार गृहराज्य मंत्री के बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
राजनीतिक पार्टियों ने सत्ताधारी पार्टी पर बोला हमला
इस मामले ने राजनीतिक रूप भी खूब लिया है. कांग्रेस महा सचिव प्रियंका गांधी वाड्रा किसानों के समर्थन में जब घटनास्थल पर पहुंची तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. ऐसे में कांग्रेस के साथ विभिन्न राजनीतिक दलों ने लखीमपुर खीरी विवाद को लेकर योगी सरकार की खूब निंदा की. इस मामले में कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक पार्टियों ने भी भाजपा पर जमकर बोला. वहीं अब तक की कार्रवाई में कई दिनों तक पुलिस गिरफ्त से फरार रहने के बाद आशीष मिश्र ने सिरेंडर कर दिया है.
आज कोर्ट में पेश होगा आरोपी आशीष
आशीष मिश्र फिलाहल पुलिस कस्टडी में हैं. सोमवार को यानी आज उसकी कोर्ट में पेशी होगी. वैसे तो उसे बीती आठ अक्टूबर को पुलिस के सामने पेश होना था, मगर आशीष तय वक्त पर पुलिस के सामने नहीं पहुंचे थे और पुलिस उनका इंतजार करती रही. उधर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मुद्दे को लेकर यूपी सरकार और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए थे. आखिरकार, तमाम उठापटक के बाद आशीष मिश्रा नौ अक्टूबर को तय वक्त से पहले ही पूछताछ में शामिल होने के लिए पुलिस के सामने पेश हो गए थे. जहां उनसे जहां पर उनसे 10 घंटे तक सवाल-जवाब किए गए थे.