भोपाल। देवास जिले के सतवास गांव में एक महिला ने खुद को आग लगाने की कोशिश की. राजस्व विभाग की टीम जब जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची तो महिला ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली, जबकि कुछ लोगों ने राजस्व टीम पर हमला भी कर दिया. फिलहाल महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना के बाद प्रदेश में सियासत तेज हो गई है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से सवाल किया है कि खड़ी फसल पर बुल्डोजर चलाना कहां का न्याय है. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने घटना की निंदा करते हुए इसे प्रशासनिक बर्बरता का नमूना बताया है. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इस घटना की जांच हाई कोर्ट के जज से कराए जाने की मांग करते हुए दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की है.
अरुण यादव ने ट्विटर पर लिखा- देवास जिले के सतवास की घटना जहां प्रशासन ने किसान की खड़ी फसल को रौंद दिया, जिसकी वजह से किसान की पत्नी ने आत्मघाती कदम उठाते हुए स्वयं को आग के हवाले कर दिया. शिवराज सिंह खड़ी फसल पर बुल्डोजर चलाना कहां का न्याय है? एक तो किसान पहले से ही प्रकृति की मार झेल रहे हैं और दूसरा कोरोना महामारी के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. ऐसे में भाजपा सरकार किसानों को सहायता करना तो दूर उनके खेतों में खड़ी फसल को उजाड़ने का काम कर रही है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि देवास जिले के सतवास में एक महिला की खड़ी फसल रौंदने के कारण उसने जो अग्नि स्नान किया है. ये घटना प्रशासनिक बर्बरता का बड़ा नमूना है, जो निंदनीय और चिंतनीय है. मध्यप्रदेश सरकार और प्रशासन ने गुना जिले की घटना से कोई शिक्षा नहीं ली और उसी तरह के अत्याचार जनता के साथ कर रही है. इस घटना की हाईकोर्ट के जज से जांच की मांग करते हुए मैं सरकार से आग्रह करूंगा कि तत्काल ऐसे अधिकारियों को निलंबित किया जाए.