भोपाल। 18 अक्टूबर को इंदौर में कांग्रेस सरकार की पहली इन्वेस्टर समिट मैन्नीफिसेंट एमपी होने वाली है. जिसे लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की. बैठक में 10 क्षेत्रों के लिए अलग-अलग नीतियां बनाई गई हैं. बैठक में इन नीतियों पर चर्चा की गई. जिसमें बताया गया कि समिट के दौरान होने वाले सत्रों का संचालन बड़े उद्योगपतियों द्वारा किया जाएगा.
मैग्नीफिसेंट MP के लिए CM की अधिकारियों के साथ बैठक, नीतियों पर हुई चर्चा
इंदौर में होने वाली कांग्रेस सरकार की पहली इन्वेस्टर समिट मैन्नीफिसेंट एमपी के लिए सीएम कमलनाथ ने उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की.
मैग्नीफिसेंट एमपी के लिए सरकार का फोकस लॉजिस्टिक और भंडारण क्षेत्र पर रहेगा. सरकार की कोशिश है कि लॉजिस्टिक माल के भंडारण कृषि प्रसंस्करण, पर्यटन, फार्मा और सूचना प्रौद्योगिकी समेत कई क्षेत्रों में उद्योगपतियों को ज्यादा से ज्यादा आकर्षित किया जाए. सरकार का मानना है कि मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति के हिसाब से लॉजिस्टिक और भंडारण क्षेत्र के बड़े राष्ट्रीय केंद्र प्रदेश में विकसित किए जा सकते हैं. सरकार की कोशिश पर्यटन क्षेत्र की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए पर्यटन विभाग की नीतियों को ज्यादा से ज्यादा आकर्षक बनाया जा रहा है.
124 उद्योग समूहों के उद्योगपतियों की मिली सहमति
मैग्नीफिसेंट एमपी के लिए आदित्य बिरला ग्रुप के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, गोदरेज ग्रुप के अध्यक्ष आदि गोदरेज, गेल इंडिया लिमिटेड के सीईओ असित कुमार जाना, गुजरात अंबुजा सीमेंट के सीएमडी मनीष गुप्ता, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के सीएमडी एमके सुराणा सहित 124 बड़े उद्योगपतियों और उनके प्रतिनिधियों ने आयोजन में शामिल होने की सहमति दे दी है. वहीं मुख्य सचिव एसआर मोहंती खुद रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी को भी आमंत्रित करने मुंबई पहुंचे. उन्होंने अंबानी बंधुओं को आयोजन में आने का निवेदन किया. सरकार को अनिल और मुकेश अंबानी से मध्यप्रदेश में बड़े निवेश की संभावना है.