भोपाल। शिक्षक के पढ़ाए पाठ को विद्यार्थियों ने कितना समझा, इसका मूल्यांकन करने के लिए अब सरकारी स्कूलों में क्लीकर का इस्तेमाल किया जाएगा. कक्षा में बच्चे ने क्या पढ़ा और क्या समझा. इसका मूल्यांकन करने के लिए सरकार क्लीकर का इस्तेमाल करने जा रही है. ये प्रोजेक्ट साथी परियोजना पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया गया है, इसमें भोपाल के 6 स्कूल चयनित किए गए हैं.
क्लिकर डिवाइस से होगी बच्चों की पढ़ाई, विद्यार्थियों का होगा मूल्यांकन
शासकीय स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए क्लीकर डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा. इस डिवाइस के माध्यम से शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए पाठ को विद्यार्थियों ने कितना समझा इसका मूल्यांकन किया जा सकेगा.
क्लीकर डिवाइस से होगी बच्चों की पढ़ाई
एप हो रहा तैयार
स्कूल शिक्षा विभाग ने परियोजना के तहत एक एप तैयार कराया है.और इसे शिक्षक ऑपरेट करेंगे. जबकि शिक्षक के सवाल का जवाब देने के लिए विद्यार्थियों के पास कौन बनेगा करोड़पति केबीसी की ऑडियंस पोल की तरह एक क्लिकर डिवाइस रहेगी. इस पर दिए गए ऑप्शन पर क्लिक कर छात्र जवाब देंगे. स्कूल शिक्षा मंत्री ने बाल दिवस पर रायसेन जिले के साथ स्कूलों में इस योजना का शुभारंभ किया था. भोपाल के 6 स्कूलों में भी यह योजना लागू कर दी गई है.
Last Updated : Nov 15, 2019, 3:03 PM IST