भोपाल। मध्यप्रदेश में कुपोषण दूर करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा है कि बच्चों को अंडा दिया जाएगा. हालांकि अंडा किसी को जबरदस्ती नहीं खिलाया जाएगा. उधर मंत्री के बयान पर बीजेपी की विधायक कृष्णा गौर ने समर्थन नहीं किया है. उन्होंने कहा है कि इसका फैसला सरकार करेगी और जो सरकार का फैसला होगा, वही मेरा फैसला होगा.
इमरती देवी भले ही कांग्रेस से बीजेपी में पहुंच गई हों, लेकिन कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को अंडा खिलाने कि उनकी राय अब तक कायम है. इमरती देवी के मुताबिक वो कुपोषण को खत्म करना चाहती हैं, जिसे अंडा नहीं खाना है, उसे जबरदस्ती अंडा नहीं दिया जाएगा.
उनके मुताबिक डॉक्टर भी कहते हैं कि अंडा खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. प्रदेश में कुपोषण को खत्म करने के लिए उन्होंने अंडे देने की बात कही है, लेकिन जो अंडा नहीं खाना चाहते हैं, उन्हें केला या फिर अन्य पौष्टिक आहार दिया जाएगा.
कांग्रेस सरकार में महिला बाल विकास मंत्री रहते हुए इमरती देवी ने सबसे पहले कुपोषित बच्चों को अंडा देने की बात कही थी. उनके इस प्रस्ताव का बीजेपी ने जमकर विरोध किया था, हालांकि इमरती देवी ने अपना पाला जरूर बदल लिया हो, लेकिन इसके बाद भी उनके इस प्रस्ताव पर बीजेपी के विधायक सहमत नहीं हैं.
कुपोषित बच्चों को अंडा दिए जाने के मामले पर बीजेपी विधायक कृष्णा गौर भी सहमत नहीं हैं. हालांकि उनका कहना है कि फैसला सरकार का होगा, वही मेरा फैसला होगा, मैं हर फैसले में सरकार के साथ हूं. जाहिर है मंत्री ने प्रस्ताव जरूर रखा है, लेकिन अब तक सरकार ने इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है.