भोपाल।कोरोना महामारी के बीच मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव और राज्यसभा चुनाव होना है, जिसको लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को राज्यसभा चुनाव में पहली वरीयता और फूल सिंह बरैया को दूसरी वरीयता दी है, जिसे बीजेपी दलित कार्ड खेलते हुए कांग्रेस को दलित विरोधी पार्टी साबित करने में लगा है, जिसको लेकर अब कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथ लिया है.
राज्यसभा चुनाव पर गरमाई सियासत बीजेपी के हमले का जवाब कांग्रेस ने भी दलित कार्ड खेल कर दिया है. कांग्रेस ने सिंंधिया को उम्मीदवार बनाने पर सवाल खड़े किए हैं, बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी हमेशा से दलित विरोधी रही है. इसीलिए सत्यनारायण जटिया जैसे पुराने नेता का टिकट काटकर 4 दिन पहले आए हुए महाराज को राज्यसभा का उमीदवार बना दिया है.
राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में चर्चा चल रही थी कि कांग्रेस फूल सिंह बरैया को राज्यसभा में प्रथम वरीयता देने पर भी विचार कर रही है, लेकिन 2 दिन पहले ही कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्यसभा चुनाव के लिए प्रथम वरीयता दिग्विजय सिंह को ही दी गई है. इस बात को मुद्दा बनाते हुए बीजेपी कांग्रेस को दलित विरोधी पार्टी कहने लगी और दलितों के अपमान का आरोप लगा रही है.
कांग्रेस का कहना है कि राज्यसभा सांसद के रूप में सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल समाप्त हुआ है. अगर बीजेपी दलित प्रेमी हैं तो उन्हें दोबारा राज्यसभा भेजना चाहिए था या फिर उनके स्थान पर किसी दलित को ही टिकट दिया जाना था, लेकिन बीजेपी ने सत्यनारायण जटिया को दोबारा राज्यसभा भेजने के लिए टिकट नहीं दिया, बल्कि उनके स्थान पर 4 दिन पहले ही पार्टी में शामिल हुए महाराज को टिकट दे दिया.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि बीजेपी हमेशा से दलित विरोधी रही है. इसलिए जनसंघ के जमाने से भाजपा को खड़ा करने वाले सत्यनारायण जटिया का टिकट काटकर 4 दिन पहले भाजपा में शामिल हुए महाराज को टिकट दे दिया है और एक दलित नेता की उपेक्षा की गई है.