भोपाल।गांधी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर सरस्वती ने सुसाइड कर लिया था, जिसके बाद उसने अपने सुसाइड नोट में गायनिक विभाग के कई सीनियर डॉक्टर पर उसे प्रताड़ित करने के आरोप भी लगाए थे. इसी को लेकर सरस्वती के समर्थन में जूनियर डॉक्टर भी एकजुट हो गए हैं. आज जूनियर डॉक्टर से गांधी मेडिकल कॉलेज के बाहर सरस्वती के समर्थन में काम बंद हड़ताल की, जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी और रूटीन से अपनी ड्यूटी वापस की और जीएमसी के पोर्च में ही धरने पर बैठ गए. इसके साथ ही वे एडमिन ब्लॉक के सामने बैठकर अपनी मांगों को सरकार और हमीदिया प्रबंधन के सामने रखते हुए इन्होंने नारेबाजी भी की. वहीं दूसरी ओर इनके समर्थन में इंदौर ग्वालियर सहित अन्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर से भी आ गए हैं, फिलहाल धरना के बाद गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक विभाग की एचओडी अरुणा कुमार को हटा दिया गया है.
नई एचओडी पर भी बवाल: इसके बाद अरुणा कुमार की जगह गायनिक विभाग का एचओडी डॉक्टर भारती परिहार को बनाया गया है, लेकिन भारतीय परिहार को भी एचओडी बनाए जाने पर छात्र नाराज थे, क्योंकि जब छात्र हड़ताल पर बैठे थे तब दिन में भारती परिहार ने आकर छात्रों को धमकी भरे लहजे में हड़ताल खत्म करने की चेतावनी दी थी. ऐसे में भारती परिहार को नया एचओडी बनाए जाने से छात्रों में रोष था, उनका कहना था कि किसी और को एचओडी बनाया जाए, इस वजह से अरुणा कुमार को हटाए जाने के आदेश भी 1 घंटे देरी तक अटके रहे. इसके बाद भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह हमीदिया कॉलेज पहुंचे और छात्रों से बात की, जिसके बाद सहमति बनी.
जूनियर डॉक्टर्स की मांगे:जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष संकेत ने सीधे तौर पर इस मामले में गायनिक विभाग की एचओडी डॉ अरुणा पर गंभीर आरोप लगाए और उनके इस्तीफे की मांग की. जूनियर डॉक्टर का कहना है कि "प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें उनके खिलाफ जांच चलने तक उनके संबंधित पदों से निलंबित किया जाना चाहिए. इनमें से कोई भी संकाय अगले 3 वर्षों तक आंतरिक या एक्सटर्नल परीक्षक नहीं होना चाहिए, हेल्थी वातावरण सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए."