भोपाल। मप्र में शराबियों की जांचने का नायाब फार्मूला भोपाल पुलिस ने ढूंढ निकाला है, बस दस कदम चलवाएंगे और पता कर लेंगे कि शराब पी है या नहीं. यह निर्देश भोपाल कमिश्नर ने दिए हैं, इसका मकसद है कि जो लोग शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं, उनका कहीं भी कोई भी पुलिस कर्मी टेस्ट ले सके. कहा जा रहा है सड़क हादसों को रोकना मुख्य मकसद है, लेकिन इसकी असल कहानी कुछ और है.
स्ट्रेट लाइन टेस्ट (कैटवॉक) से होगी जांच:ईटीवी भारतकी पड़ताल में पता चला कि भोपाल पुलिस के पास कुछ ही थाना क्षेत्रों में ब्रीथ एनाइलाजर किट है और इसकी कमी के कारण हर चौक चौराहे पर जांच नहीं हो पाती है, अब इसका तोड़ यह निकाला कि शक होने पर ड्राइवर को पहले सड़क पर बनी लाइन पर दस कदम चलवाए (कैटवॉक) और सीधे न चल पाए तो ही उनका ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट करें. दरअसल, ये कैटवॉक एक स्ट्रेट लाइन टेस्ट (एसएलटी) होगा, जिसमें संदिग्ध को सड़क पर खिंची लाइन पर दस कदम सीधे चलकर दिखाना होगा, इस लाइन पर चलने के दौरान पैर डगमगाए तो मौके पर ब्रीथ एनालाइजर की मदद से टेस्ट लिया जाएगा और उसके बाद उसे मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल भेजा जाएगा.