भोपाल।मप्र में एक बार फिर कोविड की आहट सुनाई दी, वायरल फीवर और खांसी से लोग पहले से परेशान हैं. लंबे समय में वायरल जा रहा है, ऐसे और भी कई सवालों को लेकर पद्मश्री से सम्मानित और जनरल मेडिसिन के ज्ञाता डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी से ईटीवी भारत ने विशेष बाचतीत की. इसमें उनहोंने बताया कि निश्चित ही वायरस अपना रूप बदल रहा है, लेकिन इससे कहीं अधिक जिम्मेदारी हमारी अराजक लाइफ स्टाइल है. डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी की जल्द किताब ज्ञान है तो जहान है भी आ रही है, जिसमें डॉक्टर के पास कैसे जाएं और कौन सी बीमारी कैसे पहचानें हैं बारे में बड़ी बारीकी और आसान तरीके से लिखा गया है.
सवालःकोविड जाने के बाद वायरल ने अपना तरीका बदल लिया है. पहले दो से तीन दिन में चला जाता था, अब 5 से 7 दिन और कई बार 10 दिन भी लग जाते हैं.
डॉक्टरः निश्चित ही इंफेक्शन बदल रहा है और कोरोना वायरस भी अपना रूप बदल रहा है, लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. दो बातें हैं. पहली तो अब ऑपरेशन की उम्र बढ़ी है. यानी पहले 60 साल में भी व्यक्ति की मौत हो जाती थी तो हमको लगता था कि उम्र पूरी जी ली और अब 80 साल के आदमी मौत होने पर लगता है कि इतनी जल्दी कैसे? अब औसतन उम्र बढ़ रही है तो समस्याएं भी बढ़ रही हैं इससे जूझने का कोई तरीका मेडिकल साइंस के पास नहीं है. क्योंकि बीमारी का असल कारण हमारे आसपास होने वाले बेतरतीब कंस्ट्रक्शन, पॉल्युशन और हमारी अराजक लाइफ स्टाइल है.
सवालःक्या मौसम में इतना तेजी से बदलाव आ रहा है, इस कारण वायरल बढ़ रहा है?
डॉक्टरः जी हां, पहले रिमझिम बारिश होती थी. धीमे--धीमे. अब धड़ाधड़ बारिश आती और फिर अचानक चली जाती है. सारे पैटर्न बदल रहे हैं। इतनी कारें सड़क पर हैं और नित टेक्नालॉजी परिवर्तन का मुख्य कारण बन रही है. 4जी के कारण गौरयों के ऊपर भारी असर हो रहा है. मैग्नेटिक वेव्स असर डाल रही है. हमारा वातावरण बदला है। नए कीटाणू पैदा हो रहे हैं. वायरस बदल रहा है। हमें सतर्क होने की चेतावनी भगवान दे रहा है.