भोपाल। एमपी की राजधानी भोपाल में पुस्तकालय (लाइब्रेरी) लोकर्पण को लेकर बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आपसी विवाद दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. अब इस विवाद पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ आवेदन सौंपा और जमकर नारेबाजी की.
श्रेय की राजनीति पर सियासी बवाल शनिवार को पीसी शर्मा पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ हबीबगंज थाना पहुंचे. वे बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज कराने पहुंचे थे. इस दौरान थाना पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. इसके अलावा अपनी मांगों को लेकर SDM और CSP को आवेदन सौंपा.
'निमंत्रण देकर बुलाया और केस दर्ज करवा दिया'
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया है कि कार्यक्रम मे उन्हें निमंत्रण देकर बुलाया गया था. जहां बीजेपी के इशारे पर केस दर्ज करवा दिया गया. यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है, जहां पुलिस ने कांग्रेसियों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगाए चार्ज को हटाया जाए, नहीं तो दोनों पक्षों में कार्रवाई की जाए. अगर हमारी सुनवाई नहीं होती है, तो हम मानवअधिकार आयोग जाएंगे और कोर्ट तक भी जाएंगे.
क्या था पूरा मामला
9 फरवरी को भोपाल में पंडित शीतल प्रसाद तिवारी पुस्तकालय का लोकार्पण कार्यक्रम था. कार्यक्रम में स्थानीय पूर्व पार्षद का नाम शिलापट्टिका पर नहीं होने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. इस पर पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर हंगामा करने को लेकर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत करीब 24 कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज की थी. ऐसे में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी के पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता समेत कई बीजेपी नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज कराने हबीबगंज थाना पहुंचे.
पुस्तकालय विमोचन कार्यक्रम, आपस में भिड़े बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ता
पुस्तकालय के विमोचन में श्रेय लेने की होड़
कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा था कि यह पुस्तकालय कांग्रेस ने स्वीकृत कराया है. बीजेपी और बीजेपी के कार्यकर्ता प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे है. बीजेपी के लोग पुस्तकालय के नाम पर भी राजनीति कर रहे है. हम इस विरोध के खिलाफ नगर निगम का भी घेराव करेंगे. नगर निगम कमिश्नर चाटुकार है.