भोपाल। प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है. सरकार अब लोगों को सेहतमंद रखने के मकसद से आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, यूनानी, प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को घर-घर पहुंचाने की तैयारी कर रही है. इसकी जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है. अब वे इन चिकित्सा पद्धतियों से जुड़ी दवाईयों का प्रचार-प्रसार करेंगी. साथ ही घर-घर जाकर लोगों को स्वस्थ रहने के तरीके सिखाएंगी.
आशा कार्यकर्ता अब लोगों को बताएंगी सेहतमंद रहने के तरीके, प्रदेश सरकार ने की पहल
प्रदेश सरकार आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को घर-घर पहुंचाने की तैयारी कर रही है, जिसकी जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं को दी गई है. इन्हें विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसके बाद आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को स्वस्थ रहने के टिप्स देंगी.
आशा कार्यकर्ता स्वस्थ रहने के लिए मौसम के अनुसार खान-पान, सोने का समय जैसे विषयों के बारे में बताएंगी. बता दें कि इसके लिए उन्हें जिला स्तर पर दो दिनों की ट्रेनिंग भी दी जाएगी. आशा कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने के लिए 11 जनवरी को मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण कलियासोत स्थित सरकारी होम्योपैथी कॉलेज में दिया जाएगा. इसका सबसे बड़ा उद्देश्य गैर संचारी रोग डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, ब्रेन स्ट्रोक, कैंसर जैसी बीमारियों की रोकथाम करना है.
आयुष विभाग ने आदेश जारी करके बताया है कि 150 आयुष अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा, जिसका पाठ्यक्रम तैयार किया गया है. इसमें उन्हें गैर संचारी रोगों की पहचान, जांच के तरीकों और आयुष की उपलब्धि, सामान्य दवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी. इस दौरान उन्हें बीमारियों के घरेलू उपचार के बारे में भी बताया जाएगा. इसके अलावा आशा कार्यकर्ताओं को यह भी बताया जाएगा कि प्रदेश के किन-किन आयुष अस्पतालों में डिलिवरी की सुविधा उपलब्ध है.