भोपाल। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्य नंद गिरी उर्फ़ मिर्ची बाबा को रेप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. मिर्ची बाबा हमेशा विवादों में रहे हैं. उनकी कांग्रेसियों से नजदीकियां जगजाहिर हैं. उन्होंने दिग्विजय सिंह की जीत के लिए लाल मिर्च का यज्ञ किया था. उस समय उन्होंने दावा किया था कि दिग्विजय सिंह नहीं जीते तो मैं जल समाधि ले लूंगा. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मिर्ची बाबा अचानक सुर्खियों में आए, जब उन्होंने दिग्विजय सिंह के समर्थन में लाल मिर्च का यज्ञ किया. दिग्विजय सिंह चुनाव हार गए और फिर मिर्ची बाबा कई महीने तक गायब रहे.
मिर्ची बाबा पर सियासी संग्राम शुरू :मिर्ची बाबा की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप कर रहे हैं. कांग्रेस के कट्टर समर्थक मिर्ची बाबा की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया में उन तस्वीरों को बता रहे हैं जिनमें बाबा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर केंद्रीय मंत्रियों के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं. वहीं गिरफ्तारी के तुरंत बाद बीजेपी ने भी मिर्ची बाबा की कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के साथ फोटो साझा की.
जब नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को दी धमकी :कांग्रेस की सरकार आने के बाद मिर्ची बाबा को कांग्रेस की तरफ से काफी सपोर्ट मिला और वे लगातार बीजेपी के खिलाफ आग उगलते रहे लेकिन कुछ महीनों पहले नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और मिर्ची बाबा के बीच विवाद हो गया. उन्हें कांग्रेस के कार्यक्रम में मंच पर जगह नहीं दी गई, जिसके बाद मिर्ची बाबा आगबबूला हो गए और जमीन पर बैठ गए. साथ ही गोविंद सिंह पर कई आरोप भी जड़ दिए. मौके को देखते हुए गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से मिर्ची बाबा की मुलाकात सुर्खियों में रही. मिर्ची बाबा ने नरोत्तम मिश्रा की खूब तारीफ की. हालांकि लग रहा था कि मिर्ची बाबा बीजेपी के समर्थन में आ जाएंगे लेकिन बात नहीं बनी और बाबा फिर कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई दिए.
सीएम हाउस के घेराव का ऐलान भी किया था :गायों को चारा न मिलने और गौ हत्या के आरोपों के साथ मिर्ची बाबा ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव का ऐलान कर दिया, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उनकी गिरफ्तारी को लेकर कमलनाथ सहित पूरी कांग्रेस समर्थन में आ खड़ी हुई. कमलनाथ उनसे बाद में मिलने भी पहुंचे. बता दें कि कमलनाथ के स्वास्थ्य और जीत के लिए मिर्ची बाबा ने अनुष्ठान किया था. 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सपोर्ट में कम्प्यूटर बाबा के बाद मिर्ची बाबा भी राजनीति में काफी सक्रिय हुए थे. दोनों ने चुनावों में कांग्रेस का जमकर प्रचार- प्रसार भी किया था. काली फिल्म पोस्टर पर विवाद में मिर्ची बाबा का विवादित बयान सामने आया था, जिसमे बाबा ने कहा था कि वह ऐसी फिल्में बनाने वालों का सिर काटने वाले को 20 लाख रुपये देंगे.