भोपाल।मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार जहां नए किसान कानूनों के समर्थन में किसान सम्मेलन आयोजित कर रही है, वही कांग्रेस अब किसान चौपाल लगाकर किसानों को कृषि कानूनों की खामियां गिनाएगी. मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी ने ऐलान किया है कि हम गांव-गांव जाकर किसानों से मिलेंगे. उनसे चर्चा करेंगे और जो काले कानून केंद्र की मोदी सरकार किसानों के विरोध में लाई है, उनकी खामियां किसानों को बताएंगे.
किसानों को गुलाम बनाने तीन काले कानून लाई बीजेपी
मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी का कहना है कि जिस प्रकार किसान विरोधी बीजेपी किसानों को गुलाम बनाने की के लिए तीन कानून लाई है, इन कानूनों को बदलवाने के लिए पूरी ताकत के साथ किसान खड़ा है. हम भी उन किसानों के बीच जाएंगे और उन बातों को रखेंगे, कि कैसे किसानों के साथ नफरत बीजेपी करती है. कहीं न कहीं बीजेपी किसान सम्मेलन के जरिए झूठ और फरेब की राजनीति करने का काम कर रही हैं.
किसान विरोधी काले कानून वापस लिए जाएं. जब तक ये कानून वापस नहीं होंगे, तब तक हर किसान अपने हक और अधिकार की लड़ाई लड़ेगा. इस देश के किसानों को गुलाम बनाने के लिए भाजपा की सरकार लगी है. चंद उद्योगपतियों के दबाव में देश के किसानों के प्रति जो भाव भाजपा का है, यहां के कृषि मंत्री उन्हें उग्रवादी, आतंकवादी और खालिस्तानी कहते हैं. मेरा एक सवाल है कि अगर ये आतंकवादी और उग्रवादी हैं, तो उन से चर्चा क्यों और अगर यह किसान है, तो सड़कों पर क्यों हैं ? स्पष्ट है कि काले कानून वापस लिए जाएं.