भिंड। कोरोना काल मे संक्रमण से बचाव के लिए भिंड जिला अस्पताल में जनरल ओपीडी बंद कर दी गयी थी, लेकिन दोबारा शुरू होते ही मरीज खासे परेशान हो रहे हैं. ब्लड बैंक के बाहर रक्तजांच के लिए गर्भवती और बीमार महिलाओं की लंबी लाइन देखने को मिली. इस दौरान किसी ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां कोविड 19 महामारी से बचाव के मद्देनजर लंबे समय तक सामान्य मरीजों के लिए बंद रही ओपीडी सर्विस जिला अस्पताल में फिर शुरू हो चुकी है. इसके साथ ही अब एक साथ कई मरीजों के अस्पताल पहुंचने से परेशानी भी खड़ी हो रही है. डॉक्टर्स के केबिन के बाहर से लेकर टेस्टिंग लेब और ब्लड बैंक के बाहर तक मरीजों की लंबी लाइन दिखाई दे रही है. जिससे मरीजों के साथ उनके परिजनों को भी परेशानी हो रही है.
भिंड जिला अस्पताल में बने ब्लड बैंक के बाहर 70 से ज्यादा महिलाएं खून की जांच कराने के लिए इंतजार में थीं. इनमें कई गर्भवती महिलाएं भी मौजूद थीं. जांच के लिए इन महिलाओं को 2-2 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. कुछ महिलाओं का कहना था कि लोग सीधा आते हैं और जांच कराने पहुंच जाते हैं, जबकि वो सुबह से लाइन में लगे हुए हैं. वहीं एक अन्य मरीज के परिजन ने बताया कि उन्हें लेब तक जाने से रोक दिया गया है.
अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना के खतरे को लेकर तो शहर भर में कई व्यवस्था की हैं, लेकिन वहीं अस्पतालों में अन्य मरीजों और अन्य बीमारियों की तरफ उतना ध्यान नहीं दे पा रहा है. जांच के लिए इतनी तादाद में बैठी महिलाएं एक साथ बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किये इकट्ठा थी, लेकिन कोई भी उन्हें रोकने-टोकने वाला नहीं था. ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए बनाए नियमों की धज्जियां उड़ती दिखाई दीं.