भिंड। जिले के रघुनाथ नगर में पिछले चार दशक से कोई पक्की रोड नहीं बनी है, जबकि यह वार्ड कलेक्ट्रेट के ठीक पीछे बना है. पक्की सड़क नहीं होने से पूरा वार्ड कच्ची सड़क में तब्दील हो गया है. ऐसे में इस पूरे इलाके में साल भर से कीचड़ जैसे हालात निर्मित हो गए हैं. पिछले 5 साल से रहवासी पक्की सड़क को लेकर आवेदन दे रहे है, लेकिन आज भी स्थिति जस की तस बनी हुई हैं.
भिंड में 'चिराग तले अंधेरा', 2 साल से सड़क की बाट जोह रहे लोग लेकिन मिला सिर्फ वादों का सब्जबाग!
भिंड जिले में विकास के नाम पर बड़े-बड़े प्रोजेक्ट फाइनल हो जाते हैं. लेकिन कलेक्ट्रेट के ठीक पीछे बना एक पूरा वार्ड सालों से पक्की सड़क की राह देख रहा है. देखें ये खास रिपोर्ट..
रघुनाथ नगर के रहवासियों का कहना है कि, साल भर पूरा इलाका कीचड़ में तब्दील रहता है. ऐसे हालात में आवागमन बेहद मुश्किल होता है. बरसात में तो हालत और भी खराब हो जाते हैं, क्योंकि गड्ढों में पानी भर जाता है. परेशानी यहीं खत्म नहीं होती, सड़क और नाली नहीं होने की वजह से बरसात का पानी घरों में भी घुस जाता है, लेकिन कोई भी इस समस्या पर ध्यान देने को तैयार नहीं है.
2 साल पहले हो चुका टेंडर
रहवासियों ने बताया कि, कई बार अधिकारियों और नगर पालिका में आवेदन देकर कच्ची सड़क की समस्या को रखा गया. वहीं 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा की गई थी, जिसके बाद सड़क का टेंडर भी जारी हो गया था, लेकिन पिछले 2 सालों से यह प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई.
मायके आई एक महिला की जुबानी असल कहानी
नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक-25 में अपने मायके आई एक महिला ने बताया कि, पिछले दो-तीन सालों से यहां काफी परेशानी बढ़ गई है. जब भी घर आते हैं चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है. ऐसे में मोहल्ले वासियों को तो प्रॉब्लम होती ही है. साथ ही इस रास्ते से गुजरने वाले लोग भी परेशान रहते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि, शिकायत करने का भी कोई फायदा नहीं होता, क्योंकि कोई सुनवाई नहीं होती है. शादी के सालों बाद भी मायके के हालात में कोई तब्दीली नहीं आई जबकि इस दौरान कई नई कॉलोनियां बन गईं. हांलाकि कलेक्ट्रेट के पीछे किसी की नजर नहीं गई.
अधिकारियों के रटे रटाए जवाब
इस पूरे मामले को लेकर नगरपालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने हमेशा की तरह रटा हटाए जवाब दिया. उन्होंने इस बार भी जांच कर जल्द से जल्द समस्या दूर करने का आश्वासन दिया है.