भिंड। सांप्रदायिक सद्भाव का उदाहरण देते हुए जिले में गणेशोत्सव के दौरान श्रीगणेश की प्रतिमा और मोहर्रम के ताजिए एक ही पंडाल में सजाए गए हैं. जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए है.
भारतीयता की मिसाल दे रहा ये अनोखा दरबार, देखें एक ही पंडाल के नीचे कैसे मनाई जा रही गणेश चतुर्थी और मोहर्रम
भिंड में सामाजिक समरसता का उदाहरण देते हुए गणेशोत्सव और मोहर्रम दोनों एक साथ मनाए जा रहे है. इस आयोजन में श्रीगणेश की प्रतिमा और मोहर्रम के ताजिए एक ही पंडाल में सजाए गए हैं.
हर साल की तरह इस साल भी जिले के गांधी मार्केट पर सर्वधर्म समभाव और सामाजिक समरसता को कायम रखने के लिए एक अनूठी पहल की गई है. जहां एक तरफ भगवान गणेश विराजित है वहीं दूसरी तरफ मोहर्रम का ताजिया सजा हुआ है. इस पंडाल को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे है. ये परंपरा गणेश उत्सव समिति और राइन कमेटी द्वारा काफी समय से निभाई जा रही है.
दोनों समितियां आपसी समन्वय के साथ एक-दूसरी की परंपरा का पालन करते है. जब भगवान गणेश की आरती की जाती है तब मातमी धुन नहीं बजाई जाती है, वहीं जिस वक्त अलम अखाड़े का प्रदर्शन किया तब पंडाल में भक्ति संगीत नहीं बजाया जाएगा. बता दें की इस अनुठे आयोजन की सारा खर्च दोनों समुदाय के सदस्य साथ मिलकर उठा रहे है.