भिंड। जिले में मेहगांव के गिर्जुरा गांव में सोसायटी सचिव प्रमोद शर्मा द्वारा किसानों की ऋण माफी योजना के करोड़ों रुपए गबन करने का मामला सामने आया है. मामले में 2 बार जांच के बाद जिला कलेक्टर ने सोसायटी सचिव पर FIR दर्ज कराने के आदेश जारी किए हैं.
ऋण माफी योजना में धोखाधड़ी ग्रामीणों का कहना है कि सचिव ने 150 से अधिक किसानों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया है. कई किसान जिनके पास एक एकड़ जमीन भी नहीं है और कई जो सालों पहले मर चुके हैं, उनके नाम पर कर्ज ले लिया गया. वहीं गांव का सरपंच भी फर्जीवाड़े का शिकार हुआ है. उसके नाम पर भी 3 बार में 8 लाख का कर्ज लिया गया है. आरोपी सचिव प्रमोद शर्मा ने कई बार बिना ग्रामीणों की जानकारी के बैंक अधिकारियों की सांठगांठ से पैसा निकाल लिया.
ऐसे सामने आया घोटाला
दरअसल सोसायटी सचिव के ऋण माफी योजना के अंतर्गत अलग-अलग रंगों के फॉर्म भरने पर ग्रामीणों को शक हुआ. कुछ दिन बाद जब उनके मोबाइल पर कर्ज माफी के SMS आए, तब उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला. इसके बाद ग्रामीणों ने मामले की शिकायत जिला पंचायत में की, लेकिन कई दिनों तक कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने कलेक्टर से मिलकर न्याय की गुहार लगाई. इस पर कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए दल गठित किया था.
दूसरी बार जांच में घोटाला हुआ उजागर
मामला कलेक्टर के संज्ञान में आने के बाद भ्रष्टाचारी सचिव के खिलाफ जांच दल बनाकर घोटाले के तथ्य जुटाए गए, लेकिन पहली बार हुई जांच में घोटाले की बात गलत बताई गई. जिस पर ग्रामीणों ने दोबारा कलेक्टर से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांच के लिए आवेदन किया. जिस पर कलेक्टर छोटे सिंह ने दोबारा जांच करने का जिम्मा नायब तहसीलदार और सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक को सौंपा. दूसरी जांच में घोटाला सही साबित हुआ. फिलहाल कलेक्टर के आदेश पर मामले में आरोपी सचिव प्रमोद शर्मा पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.