भिंड। जिले में सरसों और गेहूं की खरीद के लिए केंद्र तो बना दिए गए, लेकिन इन तीन दिनों में केंद्रों पर खरीद नहीं हो सकी. जिला प्रशासन ने समर्थन मूल्य पर गेहूं और सरसों की फसल खरीदी के लिए जिले में 43 केंद्र बनाए गए हैं, जहां अन्नदाता कोऑपरेटिव सोसायटिओं को समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेच सकते हैं, लेकिन खरीदी शुरू होने के दूसरे दिन भी किसान उपार्जन केंद्रों पर नहीं पहुंचे.
जब ईटीवी भारत की टीम कृषि उपज मंडी पहुंची तो सन्नाटा पसरा दिखा. मंडी पहुंच रहे इक्का-दुक्का किसानों को भी निराशा हाथ लग रही है, क्योंकि फसल खरीदी के लिए कोऑपरेटिव सोसायटी का एक भी नुमाइंदा मंडी में नहीं पहुंचा. मंडी में न तो स्वास्थ्य विभाग का अमला मिला और न ही दूसरे जिम्मेदार अधिकारी. मंडी में सिर्फ ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी नजर आए.