भिंड।प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बृहस्पतिवार को जिले के प्रवास पर आ रहे हैं. मंत्री के आने से पहले ही उनके कार्यक्रमों की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. साथ ही में प्रशासनिक कार्यक्रम में सत्ता का हस्तक्षेप भी देखने को मिल रहा है. गुरुवार को ही प्रभारी मंत्री को जिला मुख्यालय पर पौधारोपण भी करना है, जिसके लिए भिंड का ऐतिहासिक गौरी सरोवर किनारा प्रशासन द्वारा तय किया गया है.
गौरी सरोवर को बताया गली कूचा
इस बीच बीजेपी के जिला अध्यक्ष नाथू सिंह गुर्जर द्वारा आमजन की भावनाएं आहत करने वाला बयान सामने आया है, जहां नाथू सिंह गुर्जर कैमरे पर यह कहते हुए कैद हो गए कि उनके हिसाब से पौधारोपण का कार्यक्रम एमजेएस कॉलेज पर कराया जाना चाहिए. इस तरह गली कूचे में पौधारोपण ठीक नहीं लगता. बीजेपी जिलाध्यक्ष गुर्जर का यह बयान आम जनता को आहत पहुंचाने वाला है, क्योंकि भिंड का गौरी सरोवर दूसरा बटेश्वर धाम माना जाता है.
प्रभारी मंत्री के दौरे से पहले BJP जिला अध्यक्ष का विवादित बयान, ऐतिहासिक गौरी सरोवर को बताया गली कूचा - भिंड न्यूज
प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के जिला प्रवास से पहले बीजेपी के जिला अध्यक्ष का विवादित बयान काफी चर्चा में है. अध्यक्ष नाथू सिंह गुर्जर ने ऐतिहासिक गौरी सरोवर को गली कूचा बताया है, जिसे लेकर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है.
गौरी सरोवर के किनारे 100 प्राचीन मंदिर
दरअसल, गौरी तालाब के किनारे करीब 100 प्राचीन मंदिर बने हुए हैं. साथ ही लंबे समय से इसे धार्मिक स्थल घोषित किए जाने की मांग भी की जा रही है. हाल ही में जिले के समाजसेवियों द्वारा हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी इसी को लेकर दायर की गई है.
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विपक्ष ने साधा निशाना
भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा दिए गए इस बयान को विपक्ष ने हाथोंहाथ ले लिया है. कांग्रेस के प्रवक्ता डॉक्टर अनिल भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी जिला अध्यक्ष द्वारा दिया गया इस तरह का बयान भिंड की जनता की भावनाओं को आहत करने वाला है, जिस गौरी सरोवर को लोग देवी की तरह पूजते हैं, खुद सीएम शिवराज ने अपने भिंड दौरे के दौरान इसी गौरी सरोवर में दीप प्रज्वलित किया था, और अब उनके ही जिला अध्यक्ष द्वारा इस गौरी सरोवर को गली कूचे कहना अपने आप में एक शर्मनाक बयान है. वहीं डॉक्टर भारद्वाज ने बीजेपी जिला अध्यक्ष द्वारा एक प्रशासनिक कार्यक्रम में दखल देना भी गलत बताया है.