भिंड।मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड बहुमत से जीत हुई. खास बात यह रही की इस चुनाव में बड़े बड़े कद्दावर नेता धराशायी हो गये. जिनमें चंबल अंचल ही नहीं प्रदेश में भी नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह का किला ढहना बीजेपी की बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है. क्योंकि 33 साल से कायम 'डॉक्टर' का साम्राज्य इस बार बीजेपी के अम्बरीश शर्मा ने नेस्तनाबूत कर दिया है. विपक्ष के नेता डॉ. गोविंद सिंह को हराने और जनादेश हाथ में लेने के बाद अम्बरीश शर्मा ने इसे जनता का न्याय बताया है.
शिवराज-सिंधिया से लेकर योगी तक ने लगायी ताकत: बीते कई वर्षों से बीजेपी लहार सीट का सपना देख रही थी लेकिन इस सीट से डॉ. गोविंद सिंह को हटाने में 33 सालों का समय लग गया. इस विधानसभा में जीत के लिए इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से लेकर सिंधिया योगी आदित्यनाथ तक ने जोर लगाया था. प्रत्याशी बनाकर अम्बरीश शर्मा पर भरोसा जताया और उस भरोसे पर अम्बरीश शर्मा भी खरे उतरे. ETV भारत संवाददाता पीयूष श्रीवास्तव से चर्चा के दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की हार के पीछे के कारण भी बताये. उन्होंने कहा कि "लहार क्षेत्र में विधायक डॉक्टर साहब का घमंड, उनका अहंकार उनकी तानाशाही और विकास की चिंता ना करना उनकी हार का कारण है. वहीं, दूसरा भारतीय जनता पार्टी का विजन है, प्रदेश के विकास की योजनाएं चाहे सीएम शिवराज की योजनाएं हों या पीएम मोदी की योजनाएं, वह जीत का सबसे बड़ा कारण रहा है."
कभी कमी नहीं रही, इस बार प्रयास सफल रहा:काफी वक्त से चुनाव में ये उम्मीद लगायी जाती थी कि लहार सीट कब बीजेपी के खाते में आएगी. इस बार प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बनने की चर्चा थी लेकिन नतीजों ने बीजेपी को प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार बनाने का मौका दिया है. यही सवाल जब अम्बरीश शर्मा से पूछा गया तो उनका कहना था कि "उन्होंने कहा कि कभी कोई कमियां नहीं रहीं, हर बार लहार में भी अच्छी तरह से चुनाव लड़ा गया लेकिन इस बार बीजेपी का प्रयास सफल हुआ."