बैतूल। महापर्व छठ को लेकर बिहार समेत पूरे देश में उत्साह का माहौल है तो वहीं बैतूल जिले में भी इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जा रहा है. बैतूल शहर के हमलापुर में शुक्रवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा की गई. यहां महिलाओं ने छठ मैया की पूजा अर्चना की ओर सूर्य देव को अर्घ्य दिया. खास बात यह रही कि कोरोना के चलते लोग नदी या घाटों पर दिखाई नहीं दिए.
बैतूल में भी छठ पर्व के तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल अष्टमी को संध्या के समय सूर्य देव को अर्घ्य दिया गया. शाम को बांस से बने टोकरी में फलों, ठेकुआ और चावल के लड्डुओं से अर्ध्य का सूप सजाया गया. जिसके बाद व्रती महिलाओं ने अपने परिवार के साथ सूर्य को अर्घ्य दिया. अर्ध्य के समय सूर्य देव को जल और दूध चढ़ाया गया और प्रसाद भरे सूप से छठी मैया की पूजा की गई. कोरोना के चलते बैतूल में महिलाएं घाटों पर नहीं गईं, उन्होंने अपने मोहल्लों में ही हैंडपम्प पर जाकर छठ पूजा की. महिलाओं ने बताया कि वे निर्जला उपवास रखती है.