बैतूल। आईपीएल मैच पर सट्टा लगाने के आरोप में पुलिस ने नौ सटोरियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 1 लाख 3 हजार रुपये नगद और 11 मोबाइल समेत टीवी और डिस एंटीना सेटअप बॉक्स भी बरामद किया. आरोपियों पर सट्टा एक्ट और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर थाने से जमानत पर छोड़ दिया गया. साथ ही आईपीएल के मैच पर सट्टा खिलाने वाले मुख्य 3 आरोपी अक्षय तातेड़, बुलु मिश्रा और आबिद खान फरार हो गए हैं.
एसडीओपी नितेश पटेल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बैतूल में आईपीएल मैच को मोबाइल एप पर देखकर मैच में चौके छक्के, विकेट लेने और हार जीत पर लाखो का दांव लगाया जा रहा है. ऐसी सूचना पर गंज पुलिस ने आरोपी अजय अजय दवंडे बडोरा निवासी को कालेज चौक गंज से पकड़ा जो कि मोबाइल पे मजा एप के जरिये सट्टा खिला रहा था. पुलिस की पूछताछ में अजय ने उसे बुलु मिश्रा, आबिद मुलमान और अनादि मिश्रा और एक दूसरे व्यक्ति ने आईपीएल मैच के सट्टे के लिए मोबाइल नम्बर दिए थे उन नम्बरों पर वह सट्टा लगवा रहा था.
IPL मैच पर सट्टा: चार आरोपी गिरफ्तार, बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और कैश जब्त
- रायपुर से सट्टा खिलाने वाले आरोपी भी गिरफ्तार
अजय के बताए ठिकाने पर गंज पुलिस ने छत्तीसगढ़ के रायपुर पंहुचकर इस सट्टे के संचालक अनादि मिश्रा, बुलु मिश्रा और आबिद अपने साथियों के साथ जो सट्टा लगा रहे थे इन आरोपियों को गिरफ्तार किया और वहां से मोबाइल नगदी बरामद की गई. इसी प्रकार बैतूल जिले में बुलु मिश्रा ने विशाल प्रजापति, सिद्धार्थ चौरसिया, आमला क्षेत्र में मोहम्मद ताज उर्फ डम्मा, बोरदेही से शुभम साहू, मुलताई से शुभम शिवहरे, हिमांशु देशमुख, हिमांशु अग्रवाल को सट्टा खिलाने के काम पर लगाया था.
ये लोग बुलु मिश्रा की दी गई मोबाइल लाइन पर पैसा लगवाते थे जिन्हें पुलिस ने दबिस देकर पकड़ा और मोबाइल नगदी, टीवी सेटअप बॉक्स बरामद किया है. रायपुर से गिरफ्तार हुए अनादि मिश्रा ने पुलिस को बताया कि वह मुख्य आरोपी बुलु मिश्रा, आबिद खान और अक्षय तातेड़ के दिए गए नम्बरों पर सट्टा चला रहा था जो कि फरार हो गए हैं.
- करोड़ों रुपए के लेनदेन का मिला हिसाब
एसडीओपी ने बताया कि आईपीएल मैच पर सट्टा खिलाने वाले आरोपियों के मोबाइल से करोड़ो रुपए के लेनदेन का हिसाब किताब भी मिला है. वहीं मुख्य तीन आरोपी अक्षय तातेड़, बुलु मिश्रा,आबिद खान फरार हो गए है जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. सभी आरोपियों के खिलाफ सट्टा एक्ट और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.