बालाघाट। बालाघाट मुख्यालय के पास स्थित आंवलाझरी में शासकीय स्कूल परिसर शादी का मंडप बन गया है. जिसके चलते बच्चों का पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है. बच्चों का कहना है कि प्राचार्य इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
दरअसल नवमी कक्षा के बच्चों की परीक्षा शुरू हो गई है. सुबह हुए पेपर में इसी तरह का माहौल देखने को मिला, जिससे समझा जा सकता है कि स्कूल प्रबंधन और जिले का शिक्षा विभाग बच्चों के भविष्य को लेकर कितना चिंतित है. इस स्कूल कैम्पस को 3 दिनों से शादी का मंडप लगाकर उपयोग किया जा रहा है. शादी के लिये डीजे साउंड सर्विस लगे हुये हैं. शादी का खाना तैयार करना और पर झूठे पत्तल भी स्कूल कैंपस में फेंके जा रहे हैं. और कक्षा में दरवाजा बंद कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. लेकिन छात्र-छात्राओं को इस तरह से पढ़ाई करने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
शादी के हॅाल में बदला स्कूल
प्रायमरी स्कूल की प्रधानपाठिका ने बताया कि पूर्व में माध्यमिक शाला के पास इस कैम्पस को लेकर अधिकार था, इसलिये वह इस तरह की अनुमति नहीं देते थे. अब हाईस्कूल बनने के बाद अधिकार क्षेत्र हाईस्कूल के प्राचार्य को चला गया है और संभवत: उन्होंने ही मंडप लगाने की अनुमति दी है.
ग्राम पंचायत के सरपंच भी स्कूल परिसर के मंडप का समर्थन करते हैं और कहते हैं कि उन्होंने ही गांव के लोगों की जनभावनाओं को देखते हुये स्कूल का कैंपस उपलब्ध कराया है. कक्षा 9वीं की परीक्षा को वे कोई बड़ी परीक्षा नहीं मानते हैं. हालांकि कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि यह नियम विरूद्ध है और प्राचार्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बीईओ और डीईओ को भी नोटिस भेजा जायेगा.
शादी के हॅाल में बदला स्कूल बता दें कि आंवलाझरी में शासकीय स्कूल कैम्पस में प्रायमरी, मिडिल और हाईस्कूल की कक्षाओं का अलग-अलग संचालन हो रहा है. इसके अलावा प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र भी इसी परिसर में संचालित है.