आगर। जिले के सुसनेर में शहर से गुजरने वाला इंदौर-कोटा राजमार्ग पूरी तरह से बदहाल हो चुका है. सड़क पर पेचवर्क का काम करवाए जाने के बाद भी इस मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिसके चलते वाहनों को निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं तेज रफ्तार वाहनों की जिंदगी मौत के काल में समा रही है.
इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हैं जो हादसों को न्योता दे रहे हैं. आलम यह है कि उज्जैन से लेकर चंवली तक हर दिन दर्जन भर हादसे होते हैं. वहीं कुछ बड़े हादसे भी होते हैं जिसमें लोगों की मौत तक हो जाती है, बता दें नेशनल ऑथारेटी आफ इंडिया ने इंदौर-कोटा राजमार्ग को नेशनल हाइवे 552 घोषित कर दिया है. बावजूद इसके यह फोरलेन में तब्दील नहीं हुआ है और खराब सड़क का हर्जाना वाहन चालकों को भुगतना पड़ता है.