आगर मालवा। अजब मध्यप्रदेश की गजब शिक्षा व्यवस्था है, जहां किसी काम के लिए तारीख मुकर्रर होने का भी कोई मतलब नहीं रहता. यही वजह है कि 9वीं के एक छात्र की पूरक परीक्षा प्रवेश पत्र में दी गई तारीख से एक दिन पहले ही संपन्न करा दी गई, जबकि तय समय पर छात्र परीक्षा देने पहुंचा, तब उसे पता चला कि परीक्षा तो एक दिन पहले ही संपन्न हो चुकी है. जब छात्र इस परेशानी को लेकर शिक्षकों के पास पहुंचा तो शिक्षकों ने बेतुका जवाब देकर उसे वापस कर दिया और अगले साल फिर से परीक्षा देने का सुझाव दिये. जिससे परेशान छात्र अपनी एक साल की मेहनत बचाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है.
तय समय से पहले ही स्कूल ने करा दी परीक्षा, प्रवेश पत्र लिये दफ्तरों के चक्कर काट रहा छात्र - मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था कितनी गजब की है, इसकी बानगी आये दिन देखने को मिल ही जाती है. अभी हाल ही में पन्ना में चौथी में पढ़ने वाले जुड़वां भाइयों के ट्रांसफर सर्टिफिकेट पर स्कूल ने चरित्र खराब लिखा दिया था, इतना ही नहीं कॉलम नहीं होने के बावजूद उसके पिता के चरित्र पर भी ठप्पा लगा दिया था और अब पूरक परीक्षा तय समय से पहले ही करा दी गयी, जब छात्र प्रवेश पत्र के साथ स्कूल पहुंचा तब पता चला कि परीक्षा तो संपन्न हो चुकी है.
अपर कलेक्टर एनएस राजावत ने बताया कि छात्र की समस्या के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया गया है, उनकी जांच के बाद लापरवाहों पर कार्रवाई की जायेगी और छात्र का साल भी खराब नहीं होने दिया जायेगा.
कराड़िया निवासी पवन पिता अमर सिंह यादव ने बापचा गांव स्थित हाई स्कूल में 9वीं की परीक्षा दी थी, मुख्य परीक्षा में दो विषय में पूरक आई थी, शिक्षा विभाग ने पूरक परीक्षा के 4-6 जुलाई की तारीख तय की थी. स्कूल ने प्रवेश पत्र भी जारी कर दिया था, पवन की परीक्षा आगर स्थित उत्कृष्ट विद्यालय में होनी थी. पवन 6 जुलाई को परीक्षा देने पहुंचा तो उसे बताया गया कि परीक्षा तो 5 जुलाई को ही सम्पन्न हो चुकी है. जिसके बाद उसने अपर कलेक्टर से इंसाफ की गुहार लगाई. अब कलेक्टर ने उसे मदद का भरोसा दिया है.